दशहरा दिवाली के जश्न के बीच किंग फिशर एअरलाइंस का लाइसेंस निलंबित करके पहले से भुखमरी से जूझ रहे कर्मचारियों के पेट पर लात मार दी भारत सरकर ने!
भारी कर्ज में डूबी किंगफिशर पिछले 21 दिन से जारी गतिरोध को सुलझा पाने में विफल रही है। उसके पायलट और इंजीनियर सात माह से वेतन नहीं मिलने के विरोध में हड़ताल पर हैं।इसके अलावा किंगफिशर एयरलाइंस ने कर्मचारियों को मार्च से सैलरी नहीं दी है। नतीजन कर्मचारी बिना सैलरी मिले किसी समझौते के लिए तैयार नहीं हैं। कर्मचारियों के नहीं रहने से एयरलाइन की सभी उड़ानें रद्द पड़ी हैं।साथ ही डीजीसीए किंगफिशर एयरलाइंस की सुरक्षा व्यवस्था से संतुष्ट नहीं है। कोई भी बैंक किंगफिशर एयरलाइंस को लोन देने के लिए तैयार नहीं है। सभी बैंकों ने किंगफिशर एयरलाइंस के कर्ज को एनपीए घोषित कर दिया है। दूसरी ओर जून तिमाही में कंपनी का घाटा पिछले साल के मुकाबले दोगुना हो गया है। यानि कंपनी की हालत दिन-ब-दिन खस्ता होती जा रही है।
एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास
दशहरा दिवाली के जश्न के बीच किंग फिशर एअरलाइंस का लाइसेंस रद्द करके पहले से भुखमरी से जूझ रहे कर्मचारियों के पेट पर लात मार दी भारत सरकर ने! नागरिक उड्डयन मंत्री अजित सिंह ने किंगफिश को चेतावनी दी है कि अगर विमानन कम्पनी किंगफिशर अपना संचालन फिर से शुरू करने के संबंध में वाजिब योजना प्रस्तुत करने में असफल रहती है, तो उसका लाइसेंस रद्द हो सकता है। मालूम हो, भारत की प्रीमियम एयरलाइंस में से एक किंगफिशर एयरलाइंस के लाइसेंस को अगले आदेश तक सस्पेंड कर दिया गया है।भारी कर्ज में डूबी किंगफिशर पिछले 21 दिन से जारी गतिरोध को सुलझा पाने में विफल रही है। उसके पायलट और इंजीनियर सात माह से वेतन नहीं मिलने के विरोध में हड़ताल पर हैं।इसके अलावा किंगफिशर एयरलाइंस ने कर्मचारियों को मार्च से सैलरी नहीं दी है। नतीजन कर्मचारी बिना सैलरी मिले किसी समझौते के लिए तैयार नहीं हैं। कर्मचारियों के नहीं रहने से एयरलाइन की सभी उड़ानें रद्द पड़ी हैं।साथ ही डीजीसीए किंगफिशर एयरलाइंस की सुरक्षा व्यवस्था से संतुष्ट नहीं है। कोई भी बैंक किंगफिशर एयरलाइंस को लोन देने के लिए तैयार नहीं है। सभी बैंकों ने किंगफिशर एयरलाइंस के कर्ज को एनपीए घोषित कर दिया है। दूसरी ओर जून तिमाही में कंपनी का घाटा पिछले साल के मुकाबले दोगुना हो गया है। यानि कंपनी की हालत दिन-ब-दिन खस्ता होती जा रही है। नागर विमानन मंत्री अजीत सिंह ने शनिवार को कहा कि किंगफिशर एयरलाइंस को अपनी सेवा फिर से शुरू करने से पहले विमानन क्षेत्र के नियामक डीजीसीए को सुरक्षित उड़ान परिचालन के संबंध में आश्वस्त करना होगा।सिहं ने संवाददाताओं से कहा, नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने सुरक्षा कारणों से किंगफिशर एयरलाइन का उड़ान लाइसेंस निलंबित कर दिया। सिंह ने कहा विमानन कंपनी के विमानों का रख-रखाव ठीक से नहीं हो रहा था क्योंकि उसके इंजीनियर हड़ताल पर थे।उन्होंने कहा कि सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता।सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि किंगफिशर को डीजीसीए को उड़ानों के सुरक्षा पहलुओं के बारे में संतुष्ट करना होगा और दोबारा उड़ान शुरू करने से पहले अपने कर्मचारियों की नाराजगी दूर करनी होगी।
भारतीय स्टेट बैंक सहित विभिन्न बैंकों ने किंगफिशर एयरलाइंस का उड़ान लाइसेंस निलंबित होने पर चिंता व्यक्त की है और कहा है कि कर्ज की वसूली के लिए कंपनी की संपत्तियों की बिक्री ही अंतिम विकल्प होगा।
कर्मचारियों को तनख्वाह देने के पैसे नहीं। विमानों में ईंधन भरवाने के भी पैसे नहीं। किंगफिशर एयरलाइंस के बारे में जब ये खबर आई, तब सबको लगा था कि विजय माल्या को भला पैसों की क्या कमी?
जाने माने उद्योगपति विजय माल्या के स्वामित्व वाली किंगफिशर का गठन 2005 में हुआ था। अपने गठन के बाद से यह कंपनी लगातार घाटे में चल रही है और आज की तारीख में इसका घाटा बढकर 8 हजार करोड़ रूपए तक पहुंच चुका है। इसमें 420 करोड़ रूपए का बकाया कर भुगतान भी शामिल था।विमानन कम्पनी किंगफिशर का उड़ान लाइसेंस सस्पेंड होने की खबर पाकर कम्पनी के कर्मचारी सन्न रह गए। कम्पनी के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, यह दुखद और आश्चर्यजनक है। हमें उम्मीद है कि प्रबंधन नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के साथ मुद्दे को सुलझाएगा और लाइसेंस की पुनर्बहाली कराएगा।
दरअसल किंगफिशर एयरलाइंस को 6 नवंबर तक अपना कारोबार शुरू करने की उम्मीद नहीं है। वहीं किंगफिशर एयरलाइंस ने लॉकआउट 23 अक्टूबर तक बढ़ाया था। किंगफिशर एयरलाइंस में 1 अक्टूबर से लॉकआउट जारी है।एविएशन एक्सपर्ट जिंतेद्र भार्गव का कहना है कि लाइसेंस सस्पेंड होना किंगफिशर एयरलाइंस के लिए राहत की खबर है। किंगफिशर एयरलाइंस का लाइसेंस रद्द होना खराब खबर होती। डीजीसीए के फैसले से किंगफिशर एयरलाइंस को नोटिस का जवाब देने के लिए और समय मिलेगा।एविएशन सेक्टर एक्सपर्ट हर्षवर्द्धन के मुताबिक, इस साल जनवरी-फरवरी में ही एविएशन सेक्टर इस एयरलाइंस से नाउम्मीद हो गया था और उस वक्त हवाई किरायों में बढ़ोतरी भी हुई थी। लेकिन बीच की अवधि में किंगफिशर की कमी को दूर करने के लिए कई अन्य विमानन कंपनियों की पैसेंजर क्षमता में बढ़ोतरी हुई। इंडिगो ने हाल के महीनों में बड़ी संख्या में नए विमान अपने बेड़े में जोड़े हैं। इसी तरह स्पाइसजेट के विमान भी बढ़े हैं इसीलिए अब डिमांड-सप्लाई के आधार पर तो किराए बढ़ने की गुंजाइश कम है। हर्षवर्द्धन का कहना है कि इसका असर बैंकों पर पड़ेगा। किंगफिशर एयरलाइंस पर बैंकों का साढ़े सात हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का लोन है और लगभग इतनी ही राशि का घाटा भी है। ऐसे में अगर किंगफिशर डिफॉल्ट करती है तो यह हाल के सालों का सबसे बड़ा डिफॉल्ट का मामला होगा। चूंकि, लोन बैंकों से लिया गया है, इसलिए इस एयरलाइंस की वजह से कई बैंकों की हालत खराब हो सकती है। किंगफिशर को पैसा देने वालों में सरकारी बैंक भी हैं। उनका पैसा डूबने की आशंका पैदा हो गई है। बैंकों के सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि लगभग 15 हजार करोड़ रुपये की रकम को कैसे वापस लिया जाए।
विमानन मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक सरकार ऐसी मनमानी स्थिति नहीं चाहती, जिसमें किंगफिशर जब चाहे उड़ानें शुरू करे और जब चाहे बंद करे। उड़ानों का एक सुनिश्चित शिड्यूल होना चाहिए। पिछले 10 महीनों से किंगफिशर की उड़ानें अक्सर अनियमित रही हैं। लाइसेंस निलंबन का मतलब हुआ कि किंगफिशर को तत्काल प्रभाव से उड़ानों की बुकिंग बंद करनी पड़ेगी। निलंबन के दौरान न तो कंपनी के कार्यालय और न बुकिंग एजेंट टिकटों की बिक्री कर सकेंगे। नतीजतन उड़ानें भी नहीं हो सकेंगी।कर्मचारियों, खासकर पायलटों ने स्पष्ट कर दिया कि चार महीने से कम वेतन पर वह उड़ानें नहीं शुरू करेंगे। इसी बीच एयरलाइन प्रबंधन ने डीजीसीए से नोटिस का जवाब देने के लिए और समय मांगा। इसे डीजीसीए ने अस्वीकार कर दिया और लाइसेंस निलंबित करने का निर्णय किया। नियामक ने कहा है कि यदि किंगफिशर प्रबंधन जल्द अपना शिड्यूल नियमित नहीं करता तो लाइसेंस स्थायी रूप से भी रद किया जा सकता है।जून महीने तक करीब 80 इंजीनियर विजय माल्या के नेतृत्व वाली इस एयरलाइन से पल्ला झाड़ चुके थे। वेतन न मिलने के कारण उन्होंने यह फैसला लिया। इससे भी शर्मनाक बात यह है कि करीब एक हजार करोड़ रुपये के किराए [लीज रेंटल] के भुगतान में चूक के कारण पट्टेदारों ने मार्च और जून के बीच कंपनी से 34 विमान वापस ले लिए हैं। फजीहत से बचने के लिए कंपनी ने कहा है कि उसने यह फैसला खुद से लिया है।एयरलाइन के सूत्रों के मुताबिक, पिछले 4-5 माह के दौरान करीब 60 से 80 इंजीनियरों ने वेतन न मिलने की वजह से कंपनी से इस्तीफा दिया है। कुछ और इंजीनियर भी ऐसा ही करने की तैयारी कर रहे हैं।
दूसरी ओर किंगफिशर एयरलाइंस की ओर से शुक्रवार को एक बयान में कहा गया कि कर्मचारियों के काम पर नहीं आने के कारण उसे पांच नवंबर तक के लिए आंशिक तालाबंदी का फैसला लेना पड़ा था। लेकिन अब वेतन भुगतान समेत सभी मुद्दों पर कर्मचारियों के साथ हुई सकारात्मक बैठक के बाद ऐसी संभावनाएं बन रही है कि तालाबंदी जल्दी खत्म करके उड़ानें छह नवंबर को बहाल कर दी जाएं।किंगफिशर ने कहा है कि ऐसा तभी संभव है जब डीजीसीए इस संबंध में कंपनी की ओर से मांगी गई योजना रिपोर्ट को मंजूरी दे देता है। वेतन भुगतान नहीं होने की स्थिति में कर्मचारियों और पायलटों के हड़ताल पर चले जाने के कारण कंपनी को एक अक्टूबर से आशिंक तालाबंदी की घोषणा करनी पड़ी थी।
गौरतलब है कि जब सरकार ने प्राइवेट एयरलाइंस को आसमान में उड़ने की मंजूरी दी थी , तो भारतीय मध्य वर्गसे ताल्लुक रखने वाले लाखों चेहरों पर मुस्कान खिल गई थी। उस समय घरेलू उड़ानों पर इंडियन एयरलाइंस की और विदेशी उड़ानों पर एयर इंडिया की मोनोपॉली थी। कई दिनों की अडवांस बुकिंग , भारी - भरकम फेयर और अधेड़ एयरहोस्टेस से पाला पड़ता था। प्राइवेट सेक्टर को मंजूरी मिलते ही एक के बाद एक एयरलाइंस ने इस सनराइज इंडस्ट्री में प्रवेश किया। इस इंडस्ट्री के डिवेलपमेंट की काफी गुंजाइश थी। जेट एयरवेज , सहारा एयरवेज , किंगफिशर , डेक्कन एयरलाइंस , मोदीलुफ्त , स्पाइसजेट आदि के आने से यह इंडस्ट्री न केवल कंज्यूमर फ्रेंडली बन गई , बल्कि इसमें ग्लैमर भी नजर आने लगा।
नवभारत टाइम्स के मुताबिक उन दिनों एयर होस्टेसों की संख्या कम थी। इसलिए मुंबई ही नहीं , जयपुर और जोधपुर जैसे शहरों में एयरहोस्टेससिलेक्शन सेंटर और अकैडमी खुल गईं। उन्हें आकर्षक सेलरी मिलने लगी। यह प्रफेशन हाई - प्रोफाइल होता गया। किंगफिशर के विजय माल्या खुद एयरहोस्टेस की नियुक्ति करने लगे। पायलटों की डिमांड तेजी से बढ़ी। उनकी पगार कई गुना हो गई। इस इंडस्ट्री में जोरदार तरक्की हुई। किराए कम होने लगे। जो मिडिल क्लास पहले हवाई जहाज से सफर अफोर्ड नहीं कर सकता था , वह अब ट्रेन में चलने के बजाए उड़ने लगा। कई दिन पहले तक बुकिंग करने पर जो टिकिट नहीं मिलता था , वह उड़ान से घंटा भर पहले तक विंडो पर मिलने लगा।
अर्श से फर्श तक
इससे देश में एयरपोर्ट पर भीड़ बढ़ी और उनका विस्तार और ब्यूटीफिकेशन होने लगा। दिल्ली का इंदिरा गांधी इंटरनैशनल एयरपोर्ट सिंगापुर और शंघाई एयरपोर्ट से टक्कर ले रहा है। सरकार ने एयरलाइंस कंपनियों को वित्तीय सुविधा मुहैया कराने के लिए विदेशी निवेश की सीमा को बढ़ाकर 49 पर्सेंट तक कर दिया। विमान सप्लाई करने वाली बोइंग और एयरबस कंपनियों को ऑर्डर मिलने लगे। इंडस्ट्री के पोंटेशियल को देखते हुए कई बैंक और वित्तीय संस्थायें लोन देने में आगे आईं। जेट और किंगफिशर ने आईपीओ से धन जुटाया। उनके आईपीओ कई गुना सब्सक्राइब हुए। तमाम एयरलाइंस जमकर पैसा कमाने लगीं।
मगर फिर वक्त ने पलटा खाया। यह बुलबुला अब फूट गया है। भारतीय एयरलाइंस एक के बाद एक भारी - भरकम नुकसान दिखा रही हैं। नुकसान से बचने के लिए वे अपनी फ्लाइट्स को रद्द कर रही हैं , किराए बढ़ा रही हैं और एक ही रूट पर पहले से कम उड़ानें भर रही हैं। लोगों को यह तक नहीं मालूम कि वे जिस फ्लाइट के लिए घर या ऑफिस से निकल रहे हैं , वह उड़ेगी भी या नहीं। केवल किंगफिशर की ही नहीं , जेट एयरवेज की भी यही हालत है। सरकारी क्षेत्र की एयर इंडिया कब बैठ जाए , कहा नहीं जा सकता। वह केवल सरकारी खैरात के सहारे चल रही है।
आखिर यह आफत आई क्यों ? कंपनियों का कहना है कि पिछले कुछ महीनों में देशभर में ईंधन की कीमतें जिस तेजी से बढ़ी हैं , उसके अनुपात में वे अपना किराया नहीं बढ़ा सकी हैं। इंडिया में एयर फ्यूल चार्ज सबसे ज्यादा है। लैंडिंग चार्ज भी अन्य देशों की तुलना में ऊंचा है। एनालिस्टों के मुताबिक , यही कारण है कि एयर इंडिया सहित सभी कंपनियां नुकसान में चल रही हैं। उनका नुकसान 15 हजार करोड़ रुपये हो सकता है। इसमें से आधा नुकसान अकेले एयर इंडिया का है।
पिछले साल जेट एयरवेज मुनाफे में थी , लेकिन वह फिर घाटे में आ गई है। इस नुकसान का एक कारण ओवरहैड्स बहुत ज्यादा होना भी है। पायलटों और एयरहोस्टेसों को अनाप - शनाप वेतन और भत्ते दिए गए हैं , जिन्हें कंपनियां अफोर्ड नहीं कर पा रही हैं। मंदी को देखते हुए लग रहा है कि एविएशन सेक्टर का नुकसान 2.5 अरब डॉलर और बढ़ जाएगा। सेन्टर फॉर एशिया - पैसिफिक एविएशन ' कापा ' के अनुसार , यह नुकसान इस समय 9 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। इस सेक्टर की हालत इतनी ज्यादा खराब है कि कैप्टन गोपीनाथ द्वारा डेक्कन एयरलाइंस को बेचने के बाद शुरू की गई कार्गो एयरलाइंस एक भी उड़ान भरने से पहले ही बंद हो गई है।
नुकसान का एक बड़ा कारण यह है कि इस सेक्टर में ए 350 जैसे बड़े - बड़े विमान खरीद लिए गए। वर्ष 2004 से 2008 के बीच एयरलाइंस कंपनियों ने अग्रेसिव ढंग से अपनी क्षमता बढ़ाई। इस दौरान जहाजों की संख्या दोगुनी हो गई। ' दुनिया को अपनी मुट्ठी में कर लो ' के अंदाज में इंटरनैशनल रूटों पर एयरलाइंस शुरू करने के लिए माल्या ने घाटे में चल रही एयर डेक्कन को 1000 करोड़ रुपये में खरीद लिया , जो काफी ज्यादा राशि थी। बड़े जहाजों की कीमत ज्यादा थी और इनकी लीज राशि भी करोड़ों डॉलर में होती थी।
आप इन्हें उड़ाओ या नहीं , किश्त तो आपको देनी ही पड़ेगी। इसी दौरान लीमन ब्रदर्स ' स्कैम ' हुआ और पूरी दुनिया मंदी की चपेट में आ गई। जहाज खाली उड़ने लगे , लेकिन उनके खर्च ज्यों के त्यों थे।
यह स्थिति सिर्फ किंगफिशर के लिए नहीं थी , लेकिन अन्य एयरलाइंस ने समझ से काम लिया। जैसे जेट एयरलाइंस के नरेश गोयल ने अपने विमान थाई एयरवेज और टर्की एयरवेज को लीज पर दे दिए , ताकि कुछ न कुछ कमाई होती रहे। स्पाइस जैट और इंडिगो आदि ने अपने खर्चे बचाने के लिए अपने ओवरहैड्स कम कर दिए। जैसे उड़ान के दौरान पानी और खाना देना बंद कर दिया। उनकी उड़ानों के किराए भी अन्य एयरलाइंस से कम थे। किंगफिशर के माल्या ने इन सबसे कोई सबक नहीं लिया।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने शनिवार को ऋण संकट में फंसी निजी विमानन कम्पनी किंगफिशर का लाइसेंस निरस्त कर दिया। डीजीसीए का यह फैसला अगले आदेश तक प्रभावी रहेगा। डीजीसीए ने कारण बताओ नोटिस भेजकर किंगफिशर से जवाब मांगा था लेकिन किंगफिशर अपने जवाब से डीजीसीए को संतुष्ट नहीं कर पाई। इसके पहले, किंगफिशर ने अपनी तालांबदी की अवधि को 20 अक्टूबर से बढ़ाकर 23 अक्टूबर कर दिया। एयरलाइन के जवाब पर आधिकारिक सूत्रों ने बताया था कि डीजीसीए इस बारे में विधि विशेषज्ञों से विचार विमर्श कर रहा है कि किंगफिशर के खिलाफ क्या कार्रवाई हो। उसका उड़ान लाइसेंस निलंबित या रद्द किया जाए।
किंगफिशर एयरलाइंस की सेवा शुरू करने के संबंध में पूछे गए सवाल पर नागर विमानन मंत्री ने कहा, वे हमेशा वापस आ सकते हैं लेकिन जब तक डीजीसीए संतुष्ट न हो वे परिचालन शुरू नहीं कर सकते और उनके पास परिचालन सुरक्षा से जुड़ी ठोस योजना होनी चाहिए। सिंह ने यह भी कहा कि विमानन कंपनी के प्रबंधन को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि कर्मचारी असंतुष्ट न हों।
किंगफिशर को मिली उड़ान समयसारणी किसी अन्य विमानन कंपनी को प्रदान करने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि इनका आवंटन अन्य कंपनियों को किया जाएगा। किंगफिशर एयरलाइंस पर 8,000 करोड़ रुपए के नुकसान और 7,524 करोड़ रुपए के ऋण का बोझ है। फिलहाल कंपनी के सिर्फ 10 विमान परिचालन की स्थिति में हैं जबकि साल भर पहले उसके पास 66 विमान थे।
डीजीसीए ने विजय माल्या की अगुवाई वाली कंपनी को 5 अक्टूबर को कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा था क्यों न उसका उड़ान लाइसेंस निलंबित या रद्द कर दिया जाए, क्योंकि वह अपनी उड़ान समयसारिणी का पालन नहीं कर रही है और बार-बार मनमाने तरीके से उड़ानें रद्द कर रही है।
किंगफिशर एयरलाइंस को कर्ज देने वालों में स्टेट बैंक सबसे आगे रहा है। बैंक के प्रबंध निदेशक एस विश्वनाथन ने कहा कि हम चिंतित हैं क्योंकि हमारा इन घटनाक्रमों पर कोई नियंत्रण नहीं है, हम इस सबके लिये तैयार हैं। हम यदि यह चाहते हैं कि एयरलाइंस उड़ान कार्य शुरू करे और हमारा पैसा लौटाए तो इसके आखिर में इसके लिए भी तैयार है कि एयरलाइन पूरी तरह बंद हो जाए।
स्टेट बैंक का किंगफिशर एयरलाइंस पर 1,500 करोड़ रुपए का बकाया है। कुल 17 बैंकों के समूह का एयरलाइन पर 7,000 करोड़ रुपए का बकाया है। फेडरल बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्याम श्रीनिवासन ने कहा कि मार्च तिमाही के दौरान बैंक ने दिये कर्ज के एवज में गैर-निष्पादित राशि (एनपीए) में पूरा प्रावधान कर दिया। बैंक का किंगफिशर पर 80 करोड़ का बकाया है।
विमानन क्षेत्र के नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने शनिवार को किंगफिशर एयरलाइंस का उड़ान लाइसेंस निलंबित कर दिया। सार्वजनिक क्षेत्र के एक अन्य बैंक के अधिकारी ने कहा परिसंपत्तियों की बिक्री से वसूली को हम अंतिम विकल्प के तौर पर देख रहे हैं। हम इससे 15 प्रतिशत तक वसूली हासिल कर सकेंगे। बैंक ने एयरलाइंस को 500 करोड़ रुपया का कर्ज दिया था।
किंगफिशर एयरलाईन्स
http://hi.wikipedia.org/s/1740
मुक्त ज्ञानकोष विकिपीडिया से
किंगफिशर एयरलाईन्स भारत में विमानन के क्षैत्र में उपलब्ध अवसरों को मद्देनजर रखते हुए कई भारतीय कम्पनीयों ने विमानन के अपने आपको स्थापित करने के प्रयास किये है. चूकिं सभी कम्पनीयों ने एक समान हवाईजहाज क्रय किये थे अतः सभी ने अपनी सुविधाँओ के प्रचार पर अपना ध्यान केंद्रित रखा.
किंगफिशर एयरलाईन्स के मालिक श्री विजय माल्ला है.किंगफिशर मूलतः शराब बनाने वाली कम्पनी है.
इस कम्पनी ने अपनी पहुँच बिजनेस के लिए अकेले यात्रा करने वाले यात्रीयों को लुभाने के लिए अपनी टीम में कम उम्र की आर्कषक एयर होस्टेस को नियुक्त किया है. इन उम्दा एयर होस्टेस एवं समय पर चलने के कारण किंगफिशर एयरलाईन्स का कारोबार अन्य एयरलाईन्स के मुकाबले तेजी से बढा है.
यह आलेख व्याकरण, शैली, सामंजस्य, स्वर वर्तनी, या के लिए कॉपी संपादन आवश्यकता हो सकती है. आप इसे संपादित करके सहायता कर सकते हैं. (जून 2010) किंगफिशर एयरलाइंस
किंगफिशर एयरलाइंस के एक विमान की भारत में स्थित समूह है. इसका प्रधान कार्यालय विले पार्ले (पूर्व), मुंबई में किंगफिशर हाउस है. [3] [4] किंगफिशर एयरलाइंस, अपनी मूल कंपनी यूनाइटेड ब्रेवरीज समूह के माध्यम से, कम लागत वाहक किंगफिशर रेड में एक 50% हिस्सेदारी है. किंगफिशर एयरलाइंस के सात विमान सेवाओं के लिए एक एयरलाइन 5-स्टार के रूप में स्वतंत्र अनुसंधान कंसल्टेंसी फर्म Skytrax द्वारा क्रमबद्ध होना एक है. [5] किंगफिशर 375 से अधिक 71 स्थलों के लिए दैनिक उड़ानों क्षेत्रीय और लंबे समय से ढोना अंतरराष्ट्रीय सेवाओं के साथ चल रही है. [1 ] 2009 मई में, किंगफिशर एयरलाइंस के एक लाख से अधिक यात्रियों को किया जाता है, यह सबसे अधिक एयरलाइनों के बीच भारत में बाजार हिस्सेदारी देने 6 [.] किंगफिशर एयरलाइंस भी F1 रेसिंग संगठन, फोर्स इंडिया, जो विजय माल्या भी मालिक की प्रायोजक है [प्रशस्ति पत्र की जरूरत]. सामग्री [छुपाने] 1 इतिहास 1.1 आपरेशनल प्रदर्शन 2 स्थल 2.1 Codeshare समझौता 3 बेड़े 3.1 वर्तमान 3.2 नई विमान आदेश और प्रसव 4 सेवाएँ 4.1 केबिन कक्षाएं 4.2 मनोरंजन में उड़ान 4.3 राजा क्लब 4.4 किंगफिशर लाउंज 5 पुरस्कार और उपलब्धियों 6 दुर्घटनाओं और घटनाओं 7 इन्हें भी देखें 8 सन्दर्भ 9 बाहरी लिंक इतिहास [संपादित करें]
किंगफिशर एयरलाइंस ने 2003 में स्थापित किया गया था. यह बेंगलुरू स्थित यूनाइटेड ब्रेवरीज समूह के स्वामित्व में है. एयरलाइन 9 में वाणिज्यिक संचालन मई 2005 शुरू चार नए एयरबस के एक बेड़े के साथ मुंबई से दिल्ली के लिए उड़ान परिचालन A320-200s. [7] यह 3 पर अपने अंतरराष्ट्रीय परिचालन सितम्बर 2008 को शुरू लंदन के साथ बेंगलुरू को जोड़ने के द्वारा. किंगफिशर एयरलाइंस लिमिटेड प्रकार लोक (बीएसई: KFA) उद्योग परिवहन 2003 स्थापित मुख्यालय मुंबई, महाराष्ट्र क्षेत्र एशिया, यूरोप में सेवा प्रमुख लोगों डा. विजय माल्या, सीएमडी संजय अग्रवाल, सीईओ ए रघुनाथन, सीएफओ (वित्त) सेवाएँ एयरलाइन खानपान और foodservice, विमान ग्राउंड हैंडलिंग और यात्री परिवहन 5,271.04 (बिलियन 1.18 अमरीकी डॉलर) करोड़ (2009-10) राजस्व [8] सहायक किंगफिशर Xpress वेबसाइट flykingfisher.com 7 जून 2010 किंगफिशर एयरलाइन OneWorld गठबंधन के एक सदस्य का चुनाव हो गया जब यह एक औपचारिक सदस्यता समझौते पर हस्ताक्षर किए. एक फर्म को गठबंधन में शामिल होने की तारीख की घोषणा से एक बार लागू करने की प्रक्रिया चल रही है, 18 से 24 महीने यह संभवतः ले सकते हैं होगा [9] [10]. आपरेशनल प्रदर्शन [संपादित करें] किंगफिशर एयरलाइंस सांख्यिकी [प्रशस्ति पत्र की जरूरत] वर्ष समाप्त यात्रियों% परिवर्तन का औसत लोड फैक्टर (%) किए अप्रैल 2007 - 2008 12414336 मार्च - 61% April 2008 - 2009 मार्च 10850359 12.6% 60% अप्रैल 2009 - 2009 2851360 जून - 69% स्थल [संपादित करें]
मुख्य लेख: किंगफिशर एयरलाइंस स्थलों किंगफिशर एयरलाइंस के 63 घरेलू स्थलों और एशिया और यूरोप भर में 8 देशों में 8 अंतरराष्ट्रीय स्थलों के कार्य करता है. किंगफिशर कम ढोना मार्गों ज्यादातर घरेलू दक्षिण एशिया, दक्षिण पूर्व एशिया और पश्चिमी एशिया में कुछ शहरों से अलग कर रहे हैं. सभी लघु ढोना मार्गों एयरबस A320 परिवार विमान पर संचालित कर रहे हैं. एटीआर 42s और एटीआर -72 एस घरेलू क्षेत्रीय मार्गों पर मुख्य रूप से इस्तेमाल कर रहे हैं. किंगफिशर इसकी मध्यम, पूर्व एशिया, दक्षिण पूर्व एशिया और यूरोप में लंबे समय से ढोना स्थलों की है. इसका पहला लंबी दौड़ गंतव्य लंदन था, यूनाइटेड किंगडम जो सितंबर 2008 में शुरू किया गया था. यह करने के लिए नए विमान की प्रसव के साथ अफ्रीका, एशिया, यूरोप, उत्तरी अमेरिका और ओशिनिया में शहरों में नए लंबी उड़ानों लांच की योजना बनाई है. सभी लंबी दौड़ मार्गों A330 200-एयरबस पर संचालित कर रहे हैं. Codeshare समझौता [संपादित करें] किंगफिशर के साथ codeshare करार किया गया है: अमेरिका (OneWorld) एयरलाइंस [11] ब्रिटिश (OneWorld) एयरवेज [12] फिलीपीन एयरलाइंस [13] [संपादित करें] बेड़े
वर्तमान [संपादित करें]
एयरबस A319
72-500 एटीआर
A320-200 एयरबस
A330-200 एयरबस किंगफिशर 'एयरलाइंस के बेड़े में वर्तमान में 42 एटीआर, 72 एटीआर और घरेलू और लघु ढोना अंतरराष्ट्रीय लंबे समय से ढोना सेवाओं के लिए और सेवाओं एयरबस A330-200s के लिए एयरबस A320 परिवार विमान के होते हैं. जनवरी 2009 के रूप में अपने बेड़े की औसत उम्र 2.3 साल थी. सभी एटीआर और A320 के परिवार से कुछ विमान किंगफिशर रेड सर्विस के लिए उपयोग किया जाता है. किंगफिशर के बेड़े में 15 से अगस्त 2010 के रूप में निम्नलिखित विमान के होते हैं: किंगफिशर एयरलाइंस के बेड़े [14] विमान कुल आदेश विकल्प यात्रियों नोट्स पी वाई कुल A319-100 तीन एयरबस - - 144 0 144 सभी 3 किराए पर सूखी 10 एयरबस A320-200 67-114 20 134 11 सूखी किराए पर 2016 के माध्यम से प्रसव 3 174 174 0 10 180 180 0 एयरबस A321-200 - 6 - 119 32 151 दो शुष्क चार्टर्ड. 2 199 199 0 5 15 A330-200 एयरबस - 30 के माध्यम से 2015 187 217 प्रसव एयरबस A350-800 - 5 - TBD 2015 शुरू होने वाले प्रसव एयरबस A380-800-5 5 TBD 2014 शुरू होने वाले प्रसव एटीआर 42-500 - 2 - 48 0 48 दोनों विमान किराए पर सूखी एटीआर 72-500 17 38 20 0 66 66 15 नया करने के लिए किराए पर शुष्क होना विमान 8 72 72 0 66 25 130 कुल नई विमान आदेश और प्रसव [संपादित करें]
इस अनुच्छेद के लिए पूरी तरह से पुनः होना करने के लिए विकिपीडिया के गुणवत्ता मानकों के भाग के रूप में, पालन करना पड़ सकता है. आप मदद कर सकते हैं. चर्चा पृष्ठ सुझाव हो सकता है. (दिसंबर 2010) 21 जुलाई 2004 को, यह एक चार A320 200s के लिए एयरबस के साथ आठ से [प्रशस्ति पत्र की जरूरत] के लिए विकल्प के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए. पहले चार A320 200s debis airfinance से पट्टे पर थे. 23 फरवरी 2005 को, यह तीन A319-100s एयरबस और दस A320 200s के लिए बीस से लिए विकल्पों के साथ फर्म के आदेश के लिए एयरबस के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए. [15] 2005 अप्रैल 25 पर, यह अपनी पहली A320-200 एयरबस की डिलीवरी ले लिया विमान [16] जो कि 9 मई 2005 में परिचालन शुरू किया गया. 15 जून 2005, यह पहली भारतीय एयरलाइन बनने के लिए एयरबस A330, एयरबस A350 और एयरबस A380 विमान के लिए आदेश जगह कर इतिहास बनाया. क्रम पाँच A330-200s के लिए गया था, पांच A350-800s और पांच A380-800s. [17] 21 नवंबर 2005 को, यह तीस एयरबस A320 परिवार विमान के लिए एक और आदेश दिया. [18] 24 हनोवर में अप्रैल 2006 में, यह पहली भारतीय अभी तक फिर से एयरलाइन को एयरबस A340 विमान के लिए आदेश जगह बन गया. क्रम पाँच A340-500s के लिए था [19] हालांकि, इन A340-500 के आदेश 2008 में दुनिया भर में आर्थिक मंदी, जो दुनिया भर में पेट्रोलियम की कीमतों में जुलाई 2008 में आसमान छू के परिणामस्वरूप के कारण रद्द कर दिया गया.. 20 2007 पेरिस Airshow पर जून 2007, इस पर हस्ताक्षर कर एक बीस एयरबस A320 परिवार विमान एयरबस के साथ समझौता ज्ञापन, दस एयरबस A330-200s, पांच A340-500s एयरबस और पंद्रह A350-800s एयरबस. [20] पाँच A340-के लिए आदेश 500s 2008 में आरंभिक पाँच आदेश A340-500 जो अप्रैल 2006 में हनोवर में रखा गया था रद्द करने के बाद A330-200s के लिए बदल रहे थे. 14 जुलाई 2008, किंगफिशर ने पहली बार विमान चौड़े शरीर, एक A330-200 एयरबस (पंजीकृत VT-VJL) 46 Farnborough Airshow पर जुलाई 2008 में आयोजित अनावरण किया. किंगफिशर first A330 200-एयरबस व्यापक रूप से सबसे अच्छा-A330-200 कभी एयरबस द्वारा निर्मित के रूप में था (अनुसार एयरलाइन की प्रेस विज्ञप्ति जारी करने के लिए) बिल भेजा. [21] किंगफिशर एयरलाइंस नए विमान वितरण कार्यक्रम [22] विमान 2012 2013 2015 2016 2014 कुल एयरबस A320 6 9 7 8 12 42 परिवार अप्रैल 15-03 4 4 A330-200 एयरबस एयरबस A350-800/A380-800 - - 2 2 10 6 10 कुल 12 13 18 14 67 सेवा [संपादित करें]
केबिन कक्षाओं [संपादित करें] घरेलू [संपादित करें] [संपादित करें] किंगफिशर पहले घरेलू किंगफिशर पहले सीटों में एक 48 इंच सीट पिच और एक 126 डिग्री सीट झुका दिया है. वहाँ लैपटॉप और मोबाइल हर सीट पर फोन chargers हैं. यात्रियों नवीनतम अंतरराष्ट्रीय समाचार पत्र और पत्रिकाओं का लाभ ले सकते हैं. वहाँ भी बोर्ड किंगफिशर पहले कमरे पर एक भाप इस्त्री सेवा है. हर सीट AVOD के साथ एक व्यक्तिगत IFE प्रणाली है जो हॉलीवुड और बॉलीवुड फिल्मों, अंग्रेजी और हिन्दी टीवी कार्यक्रम, 16 जी टीवी चैनलों और रेडियो किंगफिशर के 10 चैनलों की एक विस्तृत श्रृंखला की पेशकश के साथ सुसज्जित है. यात्रियों को भी BOSE शोर रद्द headphones मिलता है. घरेलू किंगफिशर पहले ही चयनित एयरबस A320 परिवार विमान पर उपलब्ध है. [संपादित करें] किंगफिशर क्लास घरेलू किंगफिशर क्लास 32-34 इंच सीट पिच है. हर सीट AVOD पर बोर्ड एयरबस A320 परिवार विमान के साथ व्यक्तिगत IFE प्रणाली से सुसज्जित है. किंगफिशर पहले के रूप में, यात्रियों फिल्में, अंग्रेजी और हिन्दी टीवी कार्यक्रम, कुछ जी टीवी DishTV और किंगफिशर रेडियो द्वारा संचालित चैनलों का उपयोग कर सकते हैं. स्क्रीन एक सीट armrest पर नियंत्रक सांत्वना द्वारा नियंत्रित है. Earcup हेडफोन की लागत से मुक्त सभी यात्रियों को उपलब्ध कराई जाती हैं. डिफ़ॉल्ट चैनल दिखाता है, हर कुछ सेकंड बारी है, हवाई जहाज भूमि गति, बाहर का तापमान, ऊंचाई दूरी है, और गंतव्य के लिए समय, एक चित्रमय नक्शा और एक या अधिक विज्ञापन पर विमान की स्थिति. यात्रियों को सबसे अधिक उड़ानों पर भोजन परोसा जाता है. ले बंद करने से पहले, यात्रियों बोतलबंद नींबू पानी परोसा जाता है. पर बोर्ड एटीआर 72-500s वहाँ 17 रंग एलसीडी ड्रॉप डाउन स्क्रीन केबिन उपरि, एक सिर के अंत करने के लिए सीडी और डीवीडी संभाल इकाई है, और एक चालक दल के नियंत्रण कक्ष में ऑडियो के लिए लाउडस्पीकरों के साथ हैं साथ मुहिम शुरू की. स्क्रीन 9.3 सेमी तक 12.7 सेमी को मापने, 0.2 किलो वजन प्रत्येक रहे हैं और कमरे की दोनों पक्षों के साथ हर दो या तीन सीट पंक्तियों स्थान दिया गया है.
अर्थव्यवस्था वर्ग भोजन पर बोर्ड एक किंगफिशर एयरलाइंस घरेलू उड़ान [संपादित करें] किंगफिशर रेड मुख्य लेख: किंगफिशर रेड
बाद किंगफिशर एयरलाइंस एयर डेक्कन का अधिग्रहण किया, तो उसके नाम Simplifly डेक्कन को और बाद में किंगफिशर रेड में बदल गया था. किंगफिशर रेड किंगफिशर एयरलाइन की घरेलू मार्गों पर वर्ग कम कीमत है. सिने ब्लिट्ज पत्रिका का एक विशेष संस्करण केवल पठन प्रदान की सामग्री है. किंगफिशर एयरलाइंस ने भारत में पहली एयरलाइन के लिए अपनी कम कीमत के रूप में अच्छी वाहक करने के लिए अपने राजा क्लब लगातार उड़ाका कार्यक्रम का विस्तार है. यात्रियों राजा मीलों कमाने भी जब वे किंगफिशर रेड, जो वे मुफ्त टिकट के लिए एवज में किंगफिशर एयरलाइंस या भागीदार एयरलाइनों पर यात्रा कर सकते हैं उड़ सकता है. [संपादित करें] अंतर्राष्ट्रीय [संपादित करें] किंगफिशर पहले अंतरराष्ट्रीय किंगफिशर पहले एक 180 डिग्री झुकना साथ पूर्ण फ्लैट बिस्तरों सीटें है, 78 इंच की एक सीट पिच के साथ, और 20-24.54 इंच की एक सीट चौड़ाई [23]. यात्रियों Merino ऊन कंबल, एक Salvatore Ferragamo toiletry किट दी जाती है, एक पायजामा, पांच पाठ्यक्रम भोजन और अल्कोहल पेय पदार्थ में बदलने के लिए. इसके अलावा में उपलब्ध सीटों massagers, chargers और यूएसबी कनेक्टर हैं. हर किंगफिशर पहली सीट एक 17 इंच widescreen निजी टेलीविजन के साथ AVOD टचस्क्रीन नियंत्रण और प्रोग्रामिंग सामग्री के 357 घंटे 36 चैनलों में फैला है, हॉलीवुड और जी टीवी के 16 चैनलों के साथ साथ बॉलीवुड फिल्मों सहित प्रदान करता है, ताकि यात्रियों को देख सकते हैं अपने पसंदीदा टीवी कार्यक्रम रहते हैं. वहाँ भी इंटरैक्टिव खेल का एक संग्रह, अनुकूलन प्लेलिस्ट और किंगफिशर रेडियो के साथ एक jukebox है. यात्रियों BOSE शोर रद्द headphones दिया जाता है. बोर्ड किंगफिशर पहले कमरे पर एक सामाजिक सेवा एक पूर्ण एक बारटेंडर के साथ staffed पट्टी जिसमें क्षेत्र भी शामिल है, एक बैठने तोड़ आउट क्षेत्र बस पास दो couches और बार मल, विमान बोर्ड पर एक महाराज पूर्ण और किसी के साथ फिट समय खाने की. एक सेवा बारी से नीचे एक बिस्तर पूरी तरह से फ्लैट और एक बिस्तर बना रही है जब यात्री को नींद के लिए तैयार है एयर होस्टेस में सीट का रूपांतरण शामिल हैं. दोनों किंगफिशर फर्स्ट और किंगफिशर प्रकाश दिन और उड़ान की स्थिति के समय के लिए इसी योजनाओं के साथ कक्षाएं सुविधा A330-200 एयरबस पर मूड प्रकाश व्यवस्था. [संपादित करें] किंगफिशर क्लास अंतरराष्ट्रीय किंगफिशर क्लास सीटों के 34 इंच की एक सीट पिच, 18 इंच की एक सीट चौड़ाई और 25 डिग्री (6 इंच) की एक सीट झुका प्रदान करते हैं. यात्रियों को पूरी लंबाई modacrylic कंबल, पूर्ण आकार तकियों और भोजन मिलता है. प्रत्येक किंगफिशर क्लास की सीट पर एक 10.6 इंच AVOD टचस्क्रीन नियंत्रण के साथ widescreen निजी टेलीविजन गया है. IFE अंतर्राष्ट्रीय किंगफिशर प्रथम श्रेणी के समान है. यह भी एक detachable दूरस्थ नियंत्रण armrest में लगे कंसोल के द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है. इस डिवाइस को IFE नियंत्रण किया जा सकता है, रोशनी पढ़ना, खेल खेलते हैं और यहां तक कि किंगफिशर की 'एयर बुटीक' पर खरीदारी के लिए एक कड़ी चोट क्रेडिट कार्ड है. यह भी पाठ संदेश भेजने, हालांकि सेवा किंगफिशर द्वारा प्रदान नहीं की है के लिए एक सुविधा है. में उड़ान मनोरंजन [संपादित करें] किंगफिशर IFE प्रणाली है थेल्स i3000/i4000 पर बोर्ड एयरबस A320 परिवार विमान TopSeries, और थेल्स i5000 पर बोर्ड एयरबस A330 परिवार फ्रांस स्थित थेल्स समूह द्वारा प्रदान विमान TopSeries. [24] किंगफिशर पहले भारतीय घरेलू उड़ानों पर भी हर सीट पर मनोरंजन प्रणाली (IFE)-उड़ान में है एयरलाइन था. सभी यात्रियों को एक "स्वागत किट" एक कलम, चेहरे ऊतक करने के लिए और IFE प्रणाली के साथ प्रयोग headphones जैसे उपहार से मिलकर दिए गए. अब, किंगफिशर क्लास के यात्रियों "स्वागत किट" नहीं दिए हैं, लेकिन जैसा कि पहले उल्लेख किया है, IFE साथ प्रयोग के लिए एक नींबू पानी और इयरफ़ोन के मानार्थ बोतल अभी भी दी जाती है. प्रारंभ में, यात्रियों को ही दर्ज IFE सिस्टम पर टीवी प्रोग्रामिंग देखने के लिए सक्षम थे, लेकिन बाद में एक गठबंधन डिश टीवी के साथ बनाई गई थी करने के लिए जी टीवी प्रदान की उड़ान में. [25] और परंपरा से एक चिह्नित प्रस्थान में, किंगफिशर एयरलाइंस के लिए एक निर्णय लिया परदे पर सुरक्षा IFE प्रणाली का उपयोग कर प्रदर्शन, हालांकि विमान परिचारिकाओं द्वारा परम्परागत सुरक्षा ब्रीफिंग अभी भी कई उड़ानों पर मौजूद है. [संपादित करें] राजा क्लब
किंगफिशर एयरलाइंस के कार्यक्रम अक्सर यात्री किंग क्लब, जिसके सदस्यों में राजा मीलों हर बार वे किंगफिशर या इसकी सहयोगी एयरलाइंस, होटल, कार किराए पर लेना, वित्त और जीवन शैली के कारोबार के साथ उड़ कमाने कहा जाता है. लाल, सिल्वर, गोल्ड और प्लेटिनम स्तर: वहाँ योजना में चार स्तर हैं. सदस्य योजनाओं के एक नंबर पर के लिए अंक भुना सकते हैं. प्लेटिनम, गोल्ड और सिल्वर सदस्यों किंगफिशर लाउंज प्राथमिकता है, के लिए उपयोग का आनंद जांच में, अतिरिक्त सामान भत्ता, बोनस मील, और गोल्ड सदस्यता के लिए 3 किंगफिशर पहले उन्नयन वाउचर. प्लेटिनम सदस्य 5 उन्नयन वाउचर मिलता है. किंगफिशर लाउंज [संपादित करें] किंगफिशर लाउंज से पहले यात्रियों को किंग क्लब रजत और किंग क्लब गोल्ड सदस्यों के साथ, किंगफिशर पेशकश कर रहे हैं. लाउंज में स्थित हैं: बेंगलूर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा चेन्नई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे छत्रपति शिवाजी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (मुंबई) कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (कोच्चि) इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (दिल्ली) लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (कोलकाता) राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (हैदराबाद) पुरस्कार और उपलब्धियों [संपादित करें]
एड्रियन Sutil लुईस हैमिल्टन द्वारा 2010 मलेशियाई जीपी पर जारी है. किंगफिशर फोर्स इंडिया के एक प्रायोजक है किंगफिशर एयरलाइंस लगातार उड़ाका कार्यक्रम, राजा क्लब 21 जापान, एशिया प्रशांत और ऑस्ट्रेलिया क्षेत्र में वार्षिक फ्रेडी पुरस्कार में शीर्ष सम्मान जीता है. राजा क्लब निम्नलिखित श्रेणियां में ईेडी पुरस्कार 2008 जीता है: सर्वश्रेष्ठ बोनस पदोन्नति उत्तम ग्राहक सेवा बेस्ट सदस्य कम्युनिकेशंस (प्रथम रनर अप) अवार्ड रिडेम्पशन (प्रथम रनर अप) बेस्ट संभ्रांत स्तर (द्वितीय रनर अप) सर्वश्रेष्ठ वेबसाइट (द्वितीय रनर अप) इस साल के कार्यक्रम (द्वितीय रनर अप) किंगफिशर एयरलाइंस Skytrax विश्व एयरलाइन 2010 पुरस्कार में तीन वैश्विक पुरस्कार प्राप्त हुआ है - केन्द्रीय एशिया के सर्वश्रेष्ठ केबिन क्रू; / भारत मध्य एशिया में सर्वश्रेष्ठ एयरलाइन नामांकित. किंगफिशर रेड सर्वश्रेष्ठ / भारत मध्य एशिया में कम लागत एयरलाइन का नाम. एनडीटीवी विमानन के लिए लाभ व्यापार नेतृत्व पुरस्कार. भारत केवल 5 सितारा एयरलाइन, और दुनिया में 6 एयरलाइन Skytrax द्वारा मूल्यांकन किया गया. रेट भारत के ब्रांड रिपोर्टर द्वारा दूसरा Buzziest 2008 ब्रॉण्ड. भारत की पिच पत्रिका द्वारा वर्ष 2008 के शीर्ष सेवा ब्रांडों के बीच among. भारत के पसंदीदा एयरलाइन के रूप में वोट दिया. एशिया प्रशांत टॉप एयरलाइन ब्रांड के रूप में मूल्यांकन किया गया. ब्रांड लीडरशिप अवार्ड. ग्राहक जवाबदेही में उत्कृष्टता के लिए नवभारत टाइम्स Avaya अवार्ड 2006. बिजनेस वर्ल्ड के ग्राहकों की संतुष्टि में भारत की नंबर 1 एयरलाइन. बिजनेस वर्ल्ड द्वारा भारत के सबसे सम्मानित कंपनियों के बीच रेटेड. Planman मीडिया द्वारा भारत की 25 इनोवेटिव कंपनियों के बीच 2006 में रेटेड. एयरलाइन बेस्ट 'और' भारत एक टाइम्स ऑफ इंडिया के लिए आई एम बी द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण में पसंदीदा 'कैरियर. उत्तम बढ़िया प्रशांत क्षेत्र यात्रा राइटर्स एसोसिएशन (पटवा) द्वारा और सेवाएँ भोजन के लिए नया डोमेस्टिक एयरलाइन. Skytrax द्वारा एक नई एयरलाइन के लिए सर्विस 2005-2006 उत्कृष्टता. भारत के सबसे सफल 2005 के ब्रांड डर्बी बिजनेस स्टैंडर्ड द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण के तहत ब्रांड लांच पर सर्वेक्षण में तीसरे स्थान पर रहीं. Agencyfaqs और ब्रांड रिपोर्टर द्वारा Buzziest 2005 के ब्रांडों की. शीर्ष दस याहू द्वारा इंटरनेट विज्ञापनदाताओं के बीच रेटेड. एनडीटीवी द्वारा शीर्ष सर्वश्रेष्ठ टेलीविजन वाणिज्यिक jingles में दस लोगों के बीच रेटेड. बेस्ट केन्द्र द्वारा 2005 के लिए वर्ष एशिया प्रशांत (कैपा) एशिया प्रशांत और मध्य पूर्व क्षेत्र में पुरस्कार उड्डयन के लिए पुरस्कार की नई एयरलाइन. शीर्ष 100 में सूचीबद्ध ज्यादातर ब्रांड ट्रस्ट रिपोर्ट में ब्रांड पर भरोसा किया. किंगफिशर को accoding [26] दुर्घटनाओं और घटनाओं [संपादित करें]
10 नवंबर 2009, 4124 फ्लाइट 72-212A एटीआर VT-KAC द्वारा संचालित है, बंद छत्रपति शिवाजी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरने के बाद रनवे skidded. विमान पर्याप्त नुकसान उठाना पड़ा है, लेकिन सभी 46 यात्रियों और चालक दल अहानिकर भाग निकले [27] नवंबर 2010 में, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय दुर्घटना में अपनी अंतिम रिपोर्ट जारी की.. यह पता चला है कि दुर्घटना के कारण पायलट त्रुटि भी एक उच्च गति पर विमान के लैंडिंग के साथ था और बहुत दूर रनवे 27A, जो कारण के बंद होने से 27 रनवे के लिए दिया whilst यह एक कम लंबाई में संचालित किया जा रहा था पदनाम था नीचे रखरखाव के लिए 14/32 रनवे. [28] [संपादित करें] Read phonetically
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