असमानता की वैक्सीन, कत्लेआम की अर्थव्यवस्था
नई विश्वयवस्था क्या है? अमेरिका का प्राइवेट फेड बैंक कैसे दुनियाभर की विश्वयवस्थाओं को नियंत्रित करती है? उत्पादकों के सफाये से किसतरह मार्किट इकोनामी मरणासन्न पूंजीवाद को बचा रह है?
पलाश विश्वास
करीब तीन चार दिनों से टुसु इस वीडियो को देखने पा जोर दे रहा था।2008 से अमेरिकी आर्व्यवस्था के संकट से शुरू मन्द्री के दौर में असमानता और अन्याय के इंजन के तौर पर अमेरिकी फेड बैंक की भूमिका की पूरी चीरफाड़ है यह। आज के कोरोना काल की विश्व अर्थब्यवस्था,भारतीय अर्थव्यवस्था, पूरी पूंजीवादी मशीनरी का खुलासा है इसमें।
टुसु जैसे विश्लेषक इसे हमसे बेहतर समझते है। ऐसे वीडियो और दस्तावेज जो लोग देखते हैं,वे ज्यादातर मार्किट इकोनॉमी और पूंजीवाद के समर्थक हैं। पूंजीवादी तंत्र के नाभिनाल से जुड़ा है उनका समूच्चा वजूद।इस नरसंहार से उनकी मलाईदार हैसियत है और सबकुछ जानबूझकर वे इसके समर्थक हैं।
भारत का शिक्षित निम्न मध्यवर्ग, मध्य वर्ग भी उच्च मध्यवर्ग और करोड़पति अरबपति पूंजीवादी तबके की तरह चीजों को देखते समझते हैं। इनमें ज्यादातर पढ़े लिखे लोग हैं,जिनमे गरीब , किसान, मजदूर,
दलित, आदिवासी और वंचित पारिवारिक पृष्ठभूमि के लोग भी हैं। धर्म, जाति,नस्ल,क्षेत्र और अस्मिता की राजनीति इस वैश्विक असमानता और अन्याय की व्यवस्था के खिलाफ चुप है बल्कि इसकी समर्थक है।दुनियाभर के मेहनतकश आवाम ,उत्पादकों के कत्लेआम से मुनाफे की अर्थव्यबस्था व्हेल रही है,महामारी की राजनीति इसका अहम हिस्सा है।
भारत की 130 करोड़ की आबादी में से 30 हजार लोग भी इस सच का सामना करने को तैयार नहीं है। जो जानते समझते हैं,वे दूसरों का अंजाम देखकर मुक्तबाजार की निरंकुश सत्ता के खिलजी ख़ामोश या भावनाओं की अस्मिता राजनीति मेम निष्णात है। ये 30 हजसर लोग भी अकेले द्वीप चसीन।टुसु की तरह। जिनका जड़ों से कोई रिश्ता नहीं है। जनता से कोई सम्वाद नहीं है।
अंधेर नगरी का यह अंधा युग है।
हम निःशस्त्र हैं।
फिर भी हम लड़ने की कोशिश कर रहे हैं।हम बूढ़े लोग।
जब तक टुसु जैसे समझदार नौजवान हालात और सूरत बदलने का बीड़ा नहीं उठाते, हमारे लिए ज्यादा कुछ कर पाना असंभव है।
बहरहाल यह वीडियो देखें।गरीबी,नरसंहार,बेटोज़गारी,अशिक्षा,भूख और कुपोषण, महामारी और मृत्यु के सामर्जीवादी सरगना अमेरिका का उपनिवेश बने भारतवर्ष को बचाने की जिम्मेदारी नई पीढ़ी की है।
हमारे लिए चलाचली की बेला है।
वतन तुम्हारे हवाले।
यह वीडियो जरूर देखें और इसपर चर्चा भी करें।
[15/07, 9:26 pm] Palash Biswas: https://youtu.be/9RbL8lTsITY
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