Wednesday, August 17, 2011

मंडल कमीशन रपट को लागू होने से रोकने के लिए जिसतरह मंडल के विरोध में कमंडल फार्मूला के तहत ब्राह्मण राजनीतिक दलों ने राममंदिर आंदोलन चलाया. ठी क उसी तर्ज पर भारत मुक्ति मोर्चा की रामलीला मैदान में पहली सितंबर को होनेवाली महारैली को रोकने के लिए फर्जी

मंडल कमीशन रपट को लागू होने से रोकने के लिए जिसतरह मंडल के विरोध में कमंडल फार्मूला के तहत ब्राह्मण राजनीतिक दलों ने राममंदिर आंदोलन चलाया. ठी क उसी तर्ज पर भारत मुक्ति मोर्चा की रामलीला मैदान में पहली सितंबर को होनेवाली महारैली को रोकने के लिए फर्जी भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन और दूसरी आजादी आंदोलन के नाम पर सत्तावर्ग ने रामलीला मैदान को महीनाभर के लिए अन्ना हजारे के हवाले कर दिया। मालूम हो कि मूलनिवासी महारैली की तैयारी सभी रोज्यों और सभी गांवों में जोर शोर से चल रही है। इसके दबाव में संसद के अंदर भी जाति जनगणना में धोखाधड़ी के खिलाफ आवाज उठने लगी तो महारैली के नतीजे को अंदाज करते हुए ब्राह्मणों ने रामलीला मैदान ही अपने कब्ज में कर लिया। अभी ज्यादा दिन नहीं हुआ जबकि भारत मुक्ति मोर्चा को मुंबई में शिवाजी पार्क में रैली करने की इजाजत नहीं दी गयी।

पलाश विश्वास

दिल्ली पुलिस को आखिरकार सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे की मांगों के आगे झुकना ही पड़ा। उसने अन्ना हजारे को जयप्रकाश नारायण राष्ट्रीय उद्यान की जगह रामलीला मैदान में अनशन की अनुमति दे दी है। साथ ही वह इस बात पर भी तैयार हो गई है कि अन्ना हजारे वहां सात दिनों तक अनशन कर सकते हैं, जिसे आवश्यकता पड़ने पर बढ़ाया भी जा सकता है। सरकार जहां अन्ना हजारे को मनाने की हर संभव कोशिश कर रही है, वहीं कांग्रेस ने उन पर निशाना साधा है। पार्टी प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा है कि अन्ना को अमेरिका ने समर्थन क्यों दिया, इसकी जांच होनी चाहिए। अमेरिका की ओर से बयान आया था कि भारत लोकतांत्रिक देश है और वहां किसी को अनशन की इजाजत मिलने में मुश्किल नहीं आनी चाहिए।

मंडल कमीशन रपट को लागू होने से रोकने के लिए जिसतरह मंडल के विरोध में कमंडल फार्मूला के तहत ब्राह्मण राजनीतिक दलों ने राममंदिर आंदोलन चलाया. ठी क उसी तर्ज पर भारत मुक्ति मोर्चा की रामलीला मैदान में पहली सितंबर को होनेवाली महारैली को रोकने के लिए फर्जी भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन और दूसरी आजादी आंदोलन के नाम पर सत्तावर्ग ने रामलीला मैदान को महीनाभर के लिए अन्ना हजारे के हवाले कर दिया। मालूम हो कि मूलनिवासी महारैली की तैयारी सभी रोज्यों और सभी गांवों में जोर शोर से चल रही है। इसके दबाव में संसद के अंदर भी जाति जनगणना में धोखाधड़ी के खिलाफ आवाज उठने लगी तो महारैली के नतीजे को अंदाज करते हुए ब्राह्मणों ने रामलीला मैदान ही अपने कब्ज में कर लिया। अभी ज्यादा दिन नहीं हुआ जबकि भारत मुक्ति मोर्चा को मुंबई में शिवाजी पार्क में रैली करने की इजाजत नहीं दी गयी।

समाजसेवी और गांधीवादी अन्ना हजारे के आंदोलन में समर्थकों का सैलाब देखकर योग गुरु बाबा रामदेव को अपने अनशन की याद आ गई। बाबा रामदेव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनके अनशन के समय सरकार ने आंसू गैस के गोले और लाठियां बरपायी थी। बाबा रामदेव ने कहा कि यह सारी चीजें सरकार पर निर्भर है मगर उन सबके बाद भी बाबा रामदेव अन्ना हजारे के साथ है क्योंकि वह जानते हैं कि अन्ना सच्ची और जायज चीजों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।

विधि का शासन संविधान के मूल ढांचे का जरूरी हिस्सा है। इसका उल्लंघन संसद भी नहीं कर सकती। वास्तव में वह भी इससे बंधी हुई है। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एसएच कपाड़िया की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय बेंच ने यह व्यवस्था दी है। संवैधानिक बेंच ने मंगलवार को कहा,'विधि के शासन को धारणा के रूप में हमारे संविधान में जगह नहीं मिली है। लेकिन इसे हमारे संविधान की मूल विशेषता में माना जाता है।

पुलिस ने मानी अन्ना हजारे की शर्ते

Live हिन्दुस्तान - ‎22 मिनट पहले‎
दिल्ली पुलिस को आखिरकार सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे की मांगों के आगे झुकना ही पड़ा। उसने अन्ना हजारे को जयप्रकाश नारायण राष्ट्रीय उद्यान की जगह रामलीला मैदान में अनशन की अनुमति दे दी है। साथ ही वह इस बात पर भी तैयार हो गई है कि अन्ना हजारे वहां सात दिनों तक अनशन कर सकते हैं, जिसे आवश्यकता पड़ने पर बढ़ाया भी जा सकता है। दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता राजन भगत ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, 'जिन छह शर्तों पर अन्ना हजारे ...

रामलीला मैदान में होगा अनशन,अनशन की मियाद पर बातचीत जारी

दैनिक भास्कर - ‎1 घंटा पहले‎
नई दिल्ली. सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने रामलीला मैदान में अनशन करने के दिल्ली पुलिस के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है लेकिन वह यह अनशन कितने दिनों तक कर सकेंगे, इसे लेकर अभी तक कोई सहमति नहीं बन पाई है। अन्ना हजारे कम से कम 30 दिनों की अनुमति देने की मांग पर अड़े हुए हैं जबकि दिल्ली पुलिस सात से 10 दिनों तक ही उन्हें अनुमति देना चाहती है। अन्ना हजारे अभी भी तिहाड़ जेल परिसर में ही मौजूद हैं और उन्होंने साफ शब्दों में कह ...

तस्वीरों में देखिए तिहाड़ जेल के बाहर का अन्नामय हुआ माहौल

दैनिक भास्कर - ‎1 घंटा पहले‎
नई दिल्ली. शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन और अनशन करने से रोकने के लिए अन्ना हजारे को पुलिस ने गिरफ्तार तो कर लिया, लेकिन यह गिरफ्तारी अब सरकार के लिए मुसीबत बन गई है। अन्ना को गिरफ्तार कर जिस तिहाड़ जेल भेजा गया, वहां के कैदी भी उनके समर्थन में आ गया। बुधवार सुबह अन्ना की गिरफ्तारी के विरोध में तिहाड़ के करीब 40 फीसदी कैदियों ने चाय नहीं ली। उनका कहना है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में वे अन्ना के साथ हैं और अनशन करेंगे। ...

सरकार ने घुटने टेके, अन्ना की सभी शर्तें मानी

जोश 18 - ‎1 घंटा पहले‎
नई दिल्ली। नई दिल्ली। सरकार ने लम्बी जद्दोजहद के बाद आज सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के अनशन को लेकर रखी गई सभी शर्तें मान ली हैं। सरकार ने अब अन्ना को उनकी शर्तों पर अनशन की इजाजत दे दी है। लेकिन किरण बेदी ने जेल से बाहर आकर कहा कि पुलिस से अनशन के मुद्दे पर बातचीत चल रही है और हमारी कोशिश है कि हम अपनी सभी शर्तें मनवा कर अनशन शुरू करवाएं। किरण बेदी ने कहा, हम पूरे 30 दिन तक अनशन करना चाहते हैं, लेकिन पुलिस ने केवल 7 दिन के ...

अन्ना ने की अपील, शांति और संयम बनाए रखें!

मनी कॉंट्रोल - ‎2 घंटे पहले‎
नई दिल्ली। सरकार और अन्ना हजारे पक्ष के बीच अनशन स्थल को लेकर चल रही वार्ता के बीच खुद सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। अन्ना हजारे के सहयोगी व वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण के मुताबिक अन्ना हजारे ने लोगों से अपील की है कि वे शांति व संयम बनाए रखे और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में उनका साथ दें। ज्ञात हो कि प्रशांत भूषण, मेधा पाटकर, स्वामी अग्निवेश और किरण बेदी ने बुधवार को तिहाड़ जेल ...

तिहाड़ से लाइव: अन्ना को मनाने की कोशिशें जारी, झुक सकती है सरकार

दैनिक भास्कर - ‎3 घंटे पहले‎
नई दिल्ली. शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन और अनशन करने से रोकने के लिए अन्ना हजारे को पुलिस ने गिरफ्तार तो कर लिया, लेकिन यह गिरफ्तारी अब सरकार के लिए मुसीबत बन गई है। अन्ना हजारे रिहाई के बावजूद जेल से बाहर नहीं निकल रहे हैं। उन्हें मनाने की कोशिशें जारी हैं। बीच का रास्ता निकालने के लिए टीम अन्ना तिहाड़ जेल के अंदर पहुंची है। टीम की सरकार से बातचीत चल रही है। अन्ना की ओर से टीम में प्रशांत भूषण, स्वामी अग्निवेश, किरण बेदी, ...

अन्ना के आगे झुकी पुलिस, रामलीला मैदान में होगा अनशन!

Oneindia Hindi - ‎3 घंटे पहले‎
नई दिल्ली। अभी-अभी एक बड़ी खबर आ रही है कि अन्ना हजारे के सामने दिल्ली पुलिस झुक गयी है। उसने अन्ना की 7 शर्तो में से 6 शर्ते मानी ली है। अन्ना हजारे का अनशन अब जेपी पार्क में ना होकर रामलीला मैदान में होगा। अनशन में लाउड स्पीकर को लेकर भी सहमति बन गयी है। रात दस बजे के बाद से लाउड स्पीकर नहीं बजेगे। शामियाना को लेकर भी सहमति बन गयी है। पुलिस ने कहा है कि रामलीला मैदान कि क्षमता के अनुसार ही लोगों को बर्दाशत् किया जायेगा। ...

नहीं बनी बात, अन्ना अनिश्चित अनशन पर अड़े

Oneindia Hindi - ‎4 घंटे पहले‎
दिल्ली। अभी -अभी खबर आ रही है दिल्ली पुलिस ने अन्ना हजारे की 7 शर्तो में से 6 शर्ते मान ली है। अब अन्ना हजारे का अनशन जेपी पार्क में ना हो कर रामलीला मैदान में होगी। अन्ना हजारे तिहाड़ जेल से बाहर न निकलने की अपनी शर्तों पर अड़े हुए हैं। जेल प्रशासन अन्ना हजारे से जेल से बाहर निकलने के लिए की अपील कर रहे हैं। अन्ना हजारे अपनी जिद पर अड़े हुए हैं कि जब तक सरकार उन्हें लिखित में अनशन करने का आश्वासन नहीं देती है तब तक वे जेल से ...

अनिश्चितकालीन अनशन पर अडे अन्ना, पुलिस ने दी 5 दिन की इजाजत

Khaskhabar.com - ‎4 घंटे पहले‎
नई दिल्ली। अन्ना हजारे किसी भी वक्त तिहाड जेल से बाहर आ सकते हैं। टीम अन्ना और सरकार के प्रतिनिधि इस मामले में बीच का रास्ता निकालने के प्रयास में लगे हुए हैं। तिहाड में अन्ना हजारे से बातचीत करने के बाद श्रीश्री रविशंकर तिहाड से बाहर आ गए हैं। उन्होंने कहा कि तिहाड से बाहर आने को तैयार नहीं है अन्ना। उनका कहना है कि सरकार पहले अनशन का स्थान तय करे और दूसरी बात वे अनिश्चितकालीन अनशन करेंगे, जबकि सरकार ने एक मांग को छो़डकर ...

तिहाड़ में ही अनशन करेंगे अन्ना

प्रातःकाल - ‎4 घंटे पहले‎
शर्त मानने तक तिहाड़ में ही अनशन करेंगे अन्ना...सरकार अन्ना हज़ारे को रामलीला मैदान में पांच दिनों के लिए अनशन की अनुमति देने पर तैयार लेकिन अन्ना अड़े. उन्होंने एक माह का समय मांग गेंद फिर से सरकार के पाले में डाल दी है. ये शर्त माने जाने तक अन्ना तिहाड़ जेल में ही अनशन जारी रखने पर डटे हैं. वहीं तिहाड़ के बाहर हज़ारों समर्थक भी अन्ना के समर्थन में धरना पर बैठे हैं. गर्मी और उमस के कारण कुछ लोगों की तबीयत भी बिगड़ गई है. ...

तिहाड़ में कुछ यूं दिखें अन्ना

दैनिक भास्कर - ‎5 घंटे पहले‎
नई दिल्ली. अन्ना हजारे किसी भी वक़्त तिहाड़ से बाहर आ सकते हैं। तिहाड़ जेल के बाहर इस वक़्त अन्ना समर्थकों कि भारी भीड़ जमा है। वे अन्ना के बाहर आने का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। श्री श्री रविशंकर तिहाड़ जेल में अन्ना से मिलने के बाद कहा कि जगह तय होने के बाद ही अन्ना बाहर आएंगें। अन्ना का स्वास्थ्य ठीक है,आराम कर रहे हैं। टीम अन्ना के सदस्य अन्ना से मिलने के बाद बाहर आ गए हैं। बाबा रामदेव भी अन्ना से मिल कर बाहर आ गए हैं । ...

अन्ना हजारे के अनशन पर लाइव अपडेट

Oneindia Hindi - ‎१५-०८-२०११‎
अन्ना हजारे अपने अनशन के लिए अड़े हुए हैं। दिल्ली पुलिस और केंद्र सरकार अन्ना के अनशन को रोकने की हर संभव कोशिशों में लगी हुई है। टीम अन्ना और सरकार के बीच चूहे बिल्ली का खेल जारी है। 4:05 बजे। तिहाड़ जेल में अन्ना हजारे को जेल नंबर 4 में रखा जायेगा। 3:40 बजे। अन्ना के शपथपत्र देने से इनकार करने पर दिल्ली पुलिस ने उन्हें न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया। यानी अगर अन्ना अपना अनशन जारी रखते हैं, तो वो तिहाड़ प्रशासन के लिए ...

अन्ना के समर्थन में सिविल लाइंस और देश भर में प्रदर्शन

नवभारत टाइम्स - ‎१५-०८-२०११‎
नई दिल्ली / लखनऊ / जयपुर / रालेगन सिद्धी।। अन्ना हजारे और उनकी टीम की गिरफ्तारी के विरोध में दिल्ली के साथ-साथ देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। अन्ना समर्थकों ने सुबह नॉर्थ दिल्ली के सिविल लाइंस इलाके की उस सरकारी इमारत के बाहर प्रदर्शन किया, जहां अन्ना हजारे , शांति भूषण और उनके अन्य सहयोगियों को हिरासत में लेने के बाद लाया गया था। पुलिस ने सरकार विरोधी नारे लगा रहे इन लोगों को हटने का आदेश दिया और इसकी अवहेलना के बाद ...

अन्ना की गिरफ्तारी के विरोध में संसद से सड़क तक गुस्सा

दैनिक भास्कर - ‎12 घंटे पहले‎
नई दिल्ली. अनशन के लिए घर से निकलते ही अन्ना हजारे को गिरफ्तार कर लेने की दिल्ली पुलिस की कार्रवाई को पूरा देश गलत ठहरा रहा है। अन्ना की गिरफ्तारी सवेरे करीब आठ बजे हुई और दोपहर 12.30 बजे तक इस बारे में www.dainikbhaskar.com पर कराए गए पोल (ताजा नतीजे देखने और अपना वोट करने के लिए बांयी ओर पोल देखें) में शामिल सिर्फ एक फीसदी पाठकों ने कहा कि अनशन से पहले अन्ना की गिरफ्तारी जरूरी थी। 75 फीसदी पाठकों ने कहा कि अब अन्ना का आंदोलन और जोर ...

अन्ना के आगे नतमस्तक हुई सरकार

दैनिक भास्कर - ‎17 घंटे पहले‎
लोकपाल बिल पर समाजसेवी अन्ना हजारे के आंदोलन को मिले देशव्यापी समर्थन के आगे आखिरकार सरकार को झुकना पड़ा। मंगलवार की सुबह अन्ना हजारे को हिरासत में लेने वाली दिल्ली पुलिस देर शाम को उनकी रिहाई पर मजबूर हो गई। अन्ना हजारे और उनके सात सहयोगियों को न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया गया था। अन्ना की गिरफ्तारी की खबर फैलते ही देशभर में जबरदस्त प्रतिक्रिया हुई। संसद के दोनों सदनों की बैठकें भारी हंगामे के बाद पूरे दिन ...

हजारे के अनशन स्थल पर धारा 144 लागू

नवभारत टाइम्स - ‎१५-०८-२०११‎
नई दिल्ली।। अनशन से पहले ही दिल्ली पुलिस ने अन्ना हजारे और उनके चार सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया गया। अन्ना के साथ अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को दिल्ली स्थित मयूर विहार में उनके घर से हिरासत में लेने के बाद पुलिस अलीपुर रोड सिविल लाइंस में पुलिस ऑफिसर्स मेस ले गई। बाद में किरन बेदी और मशहूर वकील शांतिभूषण को भी हिरासत में लेकर यहां लाया गया। इसके बाद सभी पांचों लोगों को सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में ...

अन्ना को तिहाड़ भेजा जाना प्लान में नहीं था शामिल, सरकार भी हैरान!

दैनिक भास्कर - ‎12 घंटे पहले‎
नई दिल्ली. अन्ना हजारे को तिहाड़ जेल भेजे जाने का फैसला जन लोकपाल बिल की मांग कर रही टीम अन्ना से निपटने की 'योजना' का हिस्सा नहीं था। यहां तक कि सरकार को भी यह खबर सुनकर हैरानी हुई। सूत्रों का कहना है कि योजना के मुताबिक हजारों को कुछ घंटों तक पुलिस हिरासत में रखना था ताकि विरोध-प्रदर्शन को उस वक्त शांत किया जा सके। दिल्ली पुलिस के एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक उन्होंने इस बात का डर था कि अन्ना को गिरफ्तार करने से शहर में ...

जेपी पार्क में अनशन पर अड़े अन्ना

नवभारत टाइम्स - ‎15 घंटे पहले‎
नई दिल्ली।। बिना शर्त अनशन की इजाजत के बगैर तिहाड़ जेल से बाहर न आने पर अड़े अन्ना हजारे के सामने यूपीए सरकार और दिल्ली पुलिस घुटने टेकते नजर आ रही है। अन्ना के करीबी मनीष सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली पुलिस जेल से रिहा होने के बाद अन्ना को रामलीला मैदान में 5 दिनों के अनशन की इजाजत देने को तैयार है, लेकिन वह एक महीने की समयसीमा पर अड़े हैं। अब बात केवल अनशन की अवधि को लेकर अटकी है। हालांकि, मनीष सिसोदिया ने दोहराया कि अनशन को ...

बेहद सुनियोजित तरीके से अन्ना हजारे को पुलिस ने तिहाड़ भेजा

Oneindia Hindi - ‎१६-०८-२०११‎
नई दिल्ली। अभी थोड़ी देर पहले खबर आयी है कि अन्ना हजारे को तिहाड़ जेल भेज दिया गया है। उन्हें 7 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। कानून के रखवालों का कहना है कि ये जो कुछ भी हुआ है वो बहुत सोच-समझकर किया गया है। जरा गौर फरमाइये .. ऐसे आसार मिल रहे थे कि अन्ना की गिरफ्तारी आज सुबह दस बजे जेपी पार्क से होने वाली थी लेकिन अन्ना की गिरफ्तारी मयूर विहार से सुबह 7.32 मिनट पर ही हो गयी ये कहकर की उन्हें शांति भंग करने के तहत ...

दिल्ली पुलिस के नहले पर अन्ना का दहला, जेल के बाहर आने से किया इंकार

Oneindia Hindi - ‎22 घंटे पहले‎
नई दिल्ली। एक बड़ी खबर आ रही है कि अन्ना हजारे ने जेल से बाहर जाने से इंकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि वो बिना शर्त ही जेल से बाहर आना चाहते हैं अगर उनके ऊपर कोई शर्त लगाते हैं तो वो बाहर नहीं आयेगें। लेकिन तिहाड़ प्रशासन ने कहा है कि उन्होंने अन्ना को रिहा किया है लेकिन अन्ना अभी भी डीजी के दफ्तर में बैठे हुए हैं। वो जेल से बाहर आने को तैयार नहीं है। थोड़ी देर पहले अन्ना के सहयोगी मनीष सिसोदिया रिहा होकर जेल से बाहर आ गये ...

तिहाड़ के बाहर अन्ना हजारे समर्थकों का हुजूम

नवभारत टाइम्स - ‎6 घंटे पहले‎
नई दिल्ली।। अन्ना हजारे द्वारा अपनी मांगें पूरी होने तक जेल से बाहर आने से मना करने के बाद हजारों की संख्या में उनके समर्थक तिहाड़ जेल के बाहर जमा हो गए। इससे पहले मंगलवार को उन्होंने कैंडल मार्च और नारेबाजी के जरिये अन्ना हजारे के प्रति अपना समर्थन जताया। सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर ने कहा, 'संदेश साफ है, जनता साबित कर रही है कि देश आजाद है। यह आंदोलन का संदेश है।' पूर्व पुलिस अधिकारी किरण बेदी ने भी जेल के बाहर जुटे ...

आम आदमी ने लड़ी अन्ना की लड़ाई

दैनिक भास्कर - ‎17 घंटे पहले‎
नई दिल्ली.अन्ना हजारे के समर्थन में मंगलवार की सुबह जहां लोग गिरफ्तारियां देने के लिए सड़कों पर उतर आए, वहीं शाम होते होते उनका यह जज्बा और रंग लाता गया। इंडिया गेट, छत्रसाल स्टेडियम और तिहाड़ जेल के बाहर मोमबत्तियां जलाकर समर्थकों ने अन्ना की गिरफ्तारी पर विरोध जताया और आंदोलन के प्रति एकजुटता दिखाई। अन्ना की रिहाई की मांग लिए तिहाड़ के बाहर लोग बैठे रहे। हालांकि उनके लिए खुशी का पल तब आया जब अन्ना को जेल से रिहा करने ...

दिल्ली पुलिस ने अन्ना हजारे को तिहाड़ जेल भेजा

Oneindia Hindi - ‎१६-०८-२०११‎
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने जब अन्ना को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया तो, उनसे सवाल किया गया कि लोगों से प्रदर्शन की अपील नहीं करें, तो हम छोड़ सकते हैं। इस बात पर अन्ना द्वारा इनकार किये जाने के बाद अन्ना समेत सात लोगों को न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया गया। कलमाड़ी को तिहाड़ जेल में जेल नंबर 4 में रखा जायेगा, जहां सुरेश कलमाड़ी बंद हैं। वहीं अरविंद केजरीवाल को ए राजा के साथ रखने की योजना बनायी गई है। हम आपको बता दें ...

सशर्त रिहाई चाहते हैं अन्ना, चर्चा को टीम अन्ना जेल में पहुंची

Khaskhabar.com - ‎7 घंटे पहले‎
नई दिल्ली। अपने मसौदे के लोकपाल बिल के लिए संघर्ष कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे तिह़ाड जेल से सशर्त रिहाई चाहते हैं। अन्ना का कहना है कि वह जेल से रिहा हो भी जाते हैं, तो भी सरकार उन्हें दोबारा गिरफ्तार कर तिह़ाड जेल भेज देगी। इससे तो बेहतर है कि वह तिह़ाड जेल में ही रहें। इस बीच, अन्ना के सहयोगी स्वामी अगि्नवेश, मनीष सिसोदिया, किरण बेदी आदि रिहाई पर अन्ना से चर्चा करने के लिए तिह़ाड जेल के अंदर पहुंच गए हैं। ...

अन्ना हजारे जबरन तिहाड़ जेल से निकाले जायेगें, प्रशासन इंतजार में!

Oneindia Hindi - ‎9 घंटे पहले‎
नई दिल्ली। अभी-अभी खबर मिली है कि तिहाड़ जेल के डीजी ने साफतौर पर अन्ना हजारे को बाहर जाने को कह दिया है और कहा है कि अगर वो बाहर नहीं जाते हैं तो उन्हें मजबूरी में जबरन बाहर निकाल दिया जायेगा। खबर ये भी आ रही है कि किरण बेदी ने जिला प्रशासन से बात की है और उसके बाद टीम अन्ना की एक टुकड़ी जेल के अंदर गयी है ताकि अन्ना को बाहर ले आया जाये। अन्ना टीम भी चाहती है कि अन्ना बाहर आ जाये। गौरतलब है कि अन्ना हजारे ने तिहाड़ जेल से बिना ...

अन्ना की गिरफ्तारी का देशभर में विरोध

Khaskhabar.com - ‎१६-०८-२०११‎
नई दिल्ली। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे की गिरफ्तारी के विरोध में देशभर में दिल्ली पुलिस की कार्रवाई की निंदा और विरोध प्रदर्शन किया गया। कर्नाटक के पूर्व लोकायुक्त एन. संतोष हेगडे ने शहर के मध्य फ्रीडम पार्क में उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कहा, इस तरह की गिरफ्तारियों से भ्रष्टाचार के खिलाफ और जन लोकपाल के समर्थन में लडाई का अंत नहीं हो सकता। ज्ञात हो कि अन्ना हजारे को मंगलवार सुबह हिरासत में लिए जाने के बाद ...

अन्ना हजारे हिरासत में,सरकारी कार्रवाई की भाजपा समेत देशभर में निंदा

दैनिक भास्कर - ‎१५-०८-२०११‎
नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस द्वारा सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे और उनके सहयोगियों को मंगलवार सुबह हिरासत में लेने की देशभर में कड़ी निंदा हो रही है। प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सरकार के इस कदम की कड़ी आलोचना की है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे और उनके सहयोगियों की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए मंगलवार को कहा कि सरकार ने जो किया है उसका खामियाजा उसे भुगतना पड़ेगा। ...

अन्ना को मनाने गयी अन्ना टीम जेल के अंदर, लोगों को इंतजार

Oneindia Hindi - ‎6 घंटे पहले‎
नई दिल्ली। अन्ना हजारे को मनाने अन्ना टीम तिहाड़ जेल के अंदर गयी है। उनकी टीम के सात सदस्य इस समय जेल परिसर के अंदर अन्ना से बात कर रहे है। ये लोग हैं किरण बेदी, प्रशांत भूषण, मनीष सिसोदिया, मेधा पाटकर, अखिल गगोई , स्वामी अग्निवेश हैं। टीवी चैनलों के मुताबिक अन्ना हर चीज लिखित रूप से चाहते है जिसे पुलिस पूरा नहीं कर रही है। भारी संख्या में लोग टकटकी लगाए अन्ना हजारे इंतजार कर रहे हैं। आपको बता दें कि तिहाड़ जेल के डीजी ने ...

अन्ना और पुलिस के बीच लुकाछिपी शुरु

दैनिक भास्कर - ‎१५-०८-२०११‎
नई दिल्ली। १६ अगस्त से दिल्ली के जय प्रकाश नारायण स्टेडियम में अनशन करने का ऐलान करने वाले अन्ना हजारे को हिरासत में लेने के लिए जहां पुलिस ने चक्रव्यूह रचना शुरु कर दिया है वहीं टीम अन्ना ने भी पुलिस से बचने की रणनीति पर काम शुरु कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक अन्ना हजारे इस दिल्ली के मयूर विहार में हैं और यहीं से अनशन स्थल के लिए रवाना होंगे। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली पुलिस जहां अन्ना को देखेगी वहीं उन्हें हिरासत में ...

रामलीला मैदान में होगा अनशन,अनशन की मियाद पर बातचीत जारी

 
Source: एजेंसी   |   Last Updated 19:23(17/08/11)
 
 
 
 
नई दिल्ली. सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने रामलीला मैदान में अनशन करने के दिल्ली पुलिस के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है लेकिन वह यह अनशन कितने दिनों तक कर सकेंगे, इसे लेकर अभी तक कोई सहमति नहीं बन पाई है। अन्ना हजारे कम से कम 30 दिनों की अनुमति देने की मांग पर अड़े हुए हैं जबकि दिल्ली पुलिस सात से 10 दिनों तक ही उन्हें अनुमति देना चाहती है।

अन्ना हजारे अभी भी तिहाड़ जेल परिसर में ही मौजूद हैं और उन्होंने साफ शब्दों में कह दिया है कि वह तब तक परिसर से बाहर नहीं निकलेंगे जब तक कि उन्हें बगैर प्रतिबंधों के अनशन की अनुमति नहीं दे दी जाती। फिलहाल, अन्ना हजारे पक्ष व दिल्ली पुलिस के बीच वार्ता जारी है।

अन्ना हजारे की सहयोगी व पूर्व वरिष्ठ पुलिस अधिकारी किरण बेदी ने तिहाड़ के बाहर जुटी भीड़ को सम्बोधित करते हुए कहा, "जयप्रकाश नारायण राष्ट्रीय उद्यान में अन्ना हजारे के अनशन से सामान्य जनजीवन पर असर पड़ सकता है इसलिए हम चाहते थे कि किसी ऐसे स्थान पर अनशन हो जिससे आम आदमी को किसी प्रकार की परेशानी न हो। खुद दिल्ली पुलिस ने हमारे सामने रामलीला मैदान का प्रस्ताव रखा।"

उन्होंने कहा, "अब बात सिर्फ समय सीमा को लेकर रह गई है। अन्ना हजारे चाहते हैं कि उन्हें कम से कम 30 दिनों के अनशन की अनुमति दी जाए लेकिन सरकार चाहती है कि अन्ना हजारे जल्द से जल्द अपना अनशन खत्म करें। इसे लेकर बातचीत हो रही है।"

किरण बेदी, मनीष सिसौदिया और स्वामी अग्निवेश के साथ अन्ना हजारे व अन्य सहयोगियों से मिलने तिहाड़ के अंदर गई थीं, जहां उनकी दिल्ली पुलिस से वार्ता हो रही है। सूत्रों के मुताबिक अन्ना हजारे पक्ष दिल्ली पुलिस से अपनी शर्तो पर लिखित आश्वासन चाहता है।

दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता राजन भगत ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "जिन छह शर्तो पर अन्ना हजारे पक्ष को एतराज था, उनमें हमने छूट दी है। हमने सात दिनों तक अनशन करने की इजाजत दी है, जिसे बढ़ाया भी जा सकता है।"

उन्होंने कहा कि अनशन स्थल जयप्रकाश नारायण राष्ट्रीय उद्यान से रामलीला मैदान में स्थानांतरित कर दिया गया है। साथ ही वहां अनशन के समर्थन में आने वाले लोगों व गाड़ियों की संख्या सीमित रखने पर कोई पाबंदी नहीं होगी।

ज्ञात हो कि अन्ना हजारे ने दिल्ली पुलिस की सभी शर्तो को मानने से इंकार कर दिया था,जिसके बाद उन्हें मंगलवार सुबह हिरासत में ले लिया गया था। बाद में उन्हें गिरफ्तार कर सात दिनों की न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया गया।

 

अन्ना हजारे ने वहां भी अपना अनशन जारी रखा। इसके बाद सरकार की ओर से उनकी रिहाई के आदेश दिए गए लेकिन अन्ना हजारे ने तब तक तिहाड़ छोड़ने से इंकार कर दिया जब तक कि उन्हें बगैर प्रतिबंधों के अनशन की अनुमति नहीं दे दी जाती।

 

मंगलवार की रात तिहाड़ जेल के प्रशासनिक ब्लॉक में रात गुजारने के बाद अन्ना ने बुधवार सुबह फिर दिल्ली पुलिस को अपनी मंशा साफ कर दी कि वह बगैर अनुमति के वहां से बाहर नहीं निकलने वाले हैं।

 

इससे पहले, अन्ना हजारे की टीम के सदस्य प्रशांत भूषण ने कहा, "जेपी पार्क या अन्य किसी सार्वजनिक स्थल पर अनशन की बिना शर्त अनुमति मिलने तक वह तिहाड़ जेल में अनशन जारी रखेंगे। यदि सरकार हमें ऐसा करने की अनुमति देती है तो वह तिहाड़ से बाहर आएंगे और वहां अनशन करेंगे।"

भूषण ने कहा कि अन्ना की टीम सरकार से किसी भी चर्चा के लिए तैयार है लेकिन इससे पहले अनशन की बिना शर्त अनुमति देनी होगी।

भूषण ने कहा, "देश भर से उनको जबरदस्त समर्थन मिला है। हमारा विरोध प्रदर्शन अब केवल लोकपाल विधेयक तक सीमित नहीं रह गया है बल्कि यह देश में वास्तविक लोकतंत्र लाने का आंदोलन बन गया है। हम चाहते हैं कि देश के लोग नीतियां बनाने में वास्तविक भूमिका निभाएं।"

अन्ना हजारे की टीम ने बुधवार शाम चार बजे इंडिया गेट से संसद भवन तक रैली निकाली, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया।

भूषण ने कहा कि अभी की स्थिति में उन्होंने अन्ना हजारे की गिरफ्तारी और दिल्ली पुलिस के प्रतिबंधों के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय जाने का फैसला टाल दिया है। उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय जाने से पहले हमें अन्ना हजारे से चर्चा करनी पड़ेगी।

दिल्ली पुलिस और अन्ना हजारे पक्ष के बीच अनशन को लेकर चल रही वार्ता के बीच खुद अन्ना हजारे ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। अन्ना हजारे के सहयोगी व वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण के मुताबिक अन्ना हजारे ने लोगों से अपील की है कि वे शांति व संयम बनाए रखे और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में उनका साथ दें।

ज्ञात हो कि प्रशांत भूषण, मेधा पाटकर, स्वामी अग्निवेश और किरण बेदी ने बुधवार को तिहाड़ जेल जाकर अन्ना हजारे व अन्य साथियों से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद प्रशांत भूषण ने लोगों को अन्ना हजारे का संदेश सुनाया।

इस बीच, योग गुरु बाबा रामदेव ने राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील से मुलाकात की और उनसे आग्रह किया कि वह जन लोकपाल विधेयक के समर्थन में अन्ना हजारे को अनशन करने की अनुमति देने के सम्बंध में दिल्ली पुलिस को निर्देश दें।

बाबा रामदेव ने सुबह 11.45 बजे राष्ट्रपति से मुलाकात की और भ्रष्टाचार के विरोध में अन्ना हजारे की लड़ाई के समर्थन में उन्हें एक ज्ञापन सौंपा।

बाद में बाबा रामदेव तिहाड़ जेल भी गए। हालांकि उन्हें अन्ना हजारे से मिलने के लिए अंदर नहीं जाने दिया गया। इस दौरान बाहर जुटी भीड़ का उन्होंने उत्साहवर्धन किया।

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