Thursday, August 1, 2013

बीती 29 जुलाई को शक्तिफार्म और नानकमत्ता क्षेत्र के एक प्रेमी युगल ने मंदिर में शादी रचा ली। अलग-अलग समुदाय के प्रेमी युगल के परिजनों को ये बात गवारा न हुई और दोनों समुदाय बुधवार भिड़ गए।

सितारगंज। लाख जतन करलो, मैं तो सजना के साथ ही जाऊंगी। साहब! मैं बालिग हूं और मैंने मंदिर में भगवान शिव को साक्षी मानते हुए विवाह किया है। परगना मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश युवती ने अपने बयानों में मां-बाप, भाई और रिश्तेदारों को पहचानने से भी इन्कार कर दिया। एसडीएम मनीष कुमार ने युवती के बालिग होने का साक्ष्य प्रस्तुत न करने पर उसका चिकित्सीय परीक्षण कराने के आदेश दिए। ये भी आदेश दिया कि चिकित्सीय परीक्षण होने तक बालिका बाल सुधार एवं महिला हेल्पलाइन में रहेगी। बीती 29 जुलाई को शक्तिफार्म और नानकमत्ता क्षेत्र के एक प्रेमी युगल ने मंदिर में शादी रचा ली। अलग-अलग समुदाय के प्रेमी युगल के परिजनों को ये बात गवारा न हुई और दोनों समुदाय बुधवार भिड़ गए। पुलिस को जब इसकी सूचना मिली तो एसआई दिनेश नाथ महंत मय पुलिस बल के मौके पर पहुंचे और बालिका को हिरासत में लेकर एसडीएम कोर्ट पहुंचे। पुलिस ने बालिका को उपजिलाधिकारी मनीष कुमार के समक्ष पेश किया। उपजिलाधिकारी कुमार ने बालिका के बयान दर्ज किए। युवती ने अपने प्रेमी के साथ रहने की जिद की और परिजनों को पहचानने से भी इन्कार कर दिया।

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