Wednesday, September 29, 2010

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Date: 2010/9/29
Subject: एनबीटी मुम्बई के सम्पादक शचींद्र को पत्रकारिता पुरस्कार Read more..www.mediamorcha.co.in



हिन्दी यूएनओ की भाषा बने – अनिरूद्ध जगन्नाथ, राष्ट्रपति, मारीशस

हिन्दी यूएनओ की भाषा बने – अनिरूद्ध जगन्नाथ, राष्ट्रपति, मारीशस रायपुर। खबर/ मारीशस के राष्ट्रपति श्री अनिरूद्ध जगन्नाथ ने कहा कि छत्तीसगढ़, भारत की साहित्यिक संस्था सृजन सम्मान द्वारा विश्वभर में हिन्दी के प्रचार-प्रसार, साहित्यकारों का सम्मान एवं हिन्दी की जो सेवा की जा रही है वह प्रशंसनीय है।

एनबीटी मुम्बई के सम्पादक शचींद्र को पत्रकारिता पुरस्कार

एनबीटी मुम्बई के सम्पादक शचींद्र को पत्रकारिता पुरस्कार खबर/मुबई। शचींद्र त्रिपाठी भाषा, भाव और विचार से समृद्ध उच्चकोटि के पत्रकार है। मूल्यों के प्रति समर्पित शचींद्र त्रिपाठी के पास अपना नज़रिया और अपना दृष्टिकोण है। तीस साल पहले टाइम्स ऑफ इंडिया मुम्बई के लोकप्रिय हिंदी दैनिक नवभारत टाइम्स में उपसम्पादक के रूप में शुरू हुई उनकी यात्रा आज स्थानीय सम्पादक के रूप ...
Posted on September 26 2010 Read more...

बिहार के मुसलमान राजनीति में हिस्सेदारी

बिहार के मुसलमान राजनीति में हिस्सेदारी ( प्रख्यात पत्रकार श्रीकांत की सद्यः प्रकाशित पुस्तिका " बिहार के मुसलमान राजनीति में हिस्सेदारी " की राजनीति और मीडिया में खूब चर्चा है , पाठकों के लिए यहां पुस्तिका प्रस्तुत है – संपादक) बिहार के मुसलमान राजनीति में हिस्सेदारी 243 विधानसभा क्षेत्रों में आबादी श्रीकांत भूमिका बिहार में मुस्लिम समुदाय की आबादी और राजनीतिक स्थिति को लेकर ...
Posted on September 25 2010 Read more...

नहीं रहे साहित्यकार – पत्रकार कन्हैयालाल नंदन

नहीं रहे साहित्यकार – पत्रकार कन्हैयालाल नंदन नयी दिल्ली / खबर। जाने माने साहित्यकार - पत्रकार कन्हैयालाल नंदन का आज 25 सितंबर को तड़के नयी दिल्ली में निधन हो गया। वह 77 वर्ष के थे। उन्हें बुधवार शाम रक्तचाप कम होने और साँस लेने में तकलीफ़ होने के बाद रॉकलैंड अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने आज तडके तीन बजकर ...
Posted on September 25 2010 Read more...

हां,मैने ख़बरों को करीब से देखा है

हां,मैने ख़बरों को करीब से देखा है कविता / नवीन देवांगन हां,मैने ख़बरों को करीब से देखा है कलम और स्याही के दम को देखा है ख़बर जो होती है समाज का आईना मैने उस आईने में ख़बरों को सिसकते देखा है जिसे कहते है लोकतंत्र का चौथा खंबा उसी खंबे को मैने अक्सर दरकते देखा है न आता है एतबार अब इन ख़बरों पर इन ख़बरों को मैने तिज़ोरी ...
Posted on September 24 2010 Read more...

पत्रकारिता और हलवाईगिरी में फर्क तो करना ही होगा

पत्रकारिता और हलवाईगिरी में फर्क तो करना ही होगा कुमार कौशलेन्द्र / पिछले दिनों अखबारों के पन्ने पलटने के दौरान मेरी निगाह एक खबर विशेष पर चली गई। उस खबर को किसी अखबार ने बाक्स आइटम बनाकर छापा था तो किसी ने रिवर्स स्क्रिन आदि के साथ परोसकर मुद्दे का रूप दे रखा था। खबर मध्यप्रदेश के मलिकपुर गांव की थी। खबर के मुताबिक ...
Posted on September 23 2010 Read more...

संजय द्विवेदी की पुस्तक का लोकार्पण

संजय द्विवेदी की पुस्तक का लोकार्पण भोपाल। खबर / पत्रकारिता सदैव मिशन है, यह कभी प्रोफेशन नही बन सकती। रोटी कभी राष्ट्र से बड़ी नहीं हो सकती। मीडिया के हर दौर में लोकतंत्र की पहरेदारी का कार्य अनवरत जारी रहा है। उक्त आशय के वक्तव्य वरिष्ठ पत्रकार एवं सांसद प्रभात झा ने व्यक्त किए। वे संजय द्विवेदी की पुस्तक 'मीडिया: नया ...
Posted on September 21 2010 Read more...

'जलसा' का पहला अंक निकाला

'जलसा' का  पहला अंक निकाला जाने माने कवि असद ज़ैदी ने हाल ही में अपनी एक एक पुरानी महत्वाकांक्षी योजना को ठोस सूरत देते हुए जलसा नाम के प्रकाशन का पहला अंक निकाला है. इसे वे साहित्य और विचार का अनियतकालीन आयोजन कहते हैं. अंग्रेज़ी के विख्यात प्रकाशन ग्रान्टा की तर्ज़ पर इसे एक उपशीर्षक दिया गया है - अधूरी ...
Posted on September 21 2010 Read more...

वाजिब और गैर वाजिब का पैमाना

वाजिब और गैर वाजिब का पैमाना कुमार कौशलेन्द्र / हालिया संसदीय सत्र के दौरान सांसदों की वेतन वृध्दि को लेकर काफी चिल्ल-पों मची। कलम वीरों ने जमकर नीति की घुट्टी शब्दों की चासनी में डूबो-डूबोकर नेताओं को पिलाई। किसी ने सांसदों के वेतन भत्तों में वृध्दि के मसले को वाजिब और गैर वाजिब के पैमाने पर परखा तो किसी ने याद ...
Posted on September 19 2010 Read more...

हिन्दी की दुर्दशा पर केन्द्रित मीडिया विमर्श

हिन्दी की दुर्दशा पर केन्द्रित मीडिया विमर्श कीर्ति सिंह / जनसंचार के सरोकारों पर केन्द्रित त्रैमासिक पत्रिका मीडिया विमर्श का सितंबर 2010 का अंक जहां वार्षिकांक हैं वहीं हिन्दी दिवस को देखते हुए हिन्दी की दुर्दशा पर विशेष रूप से अंक को केन्द्रित किया गया है। डा.श्रीकांत सिंह ने मीडिया विमर्श के इस अंक को हिन्दी पर केन्द्रित रख इसके ...
Posted on September 17 2010 Read more...

हिंग्लिश के विरोध में उतरे बुद्धिजीवी

हिंग्लिश के विरोध में उतरे बुद्धिजीवी इंदौर। खबर। हिंग्लिश के नाम पर हिन्दी भाषा को नष्ट करने के षड्यंत्र के खिलाफ इंदौर के बुद्धिजीवी सड़क पर उतर आए। हिन्दी दिवस के अवसर पर भाषा के 'क्रियोलीकरण' के विरोध में समाजवादी चिंतक अनिल त्रिवेदी और समाजसेवी - कवि तपन भट्टाचार्य ने कई अन्य बुद्धिजीवियों के साथ हिंग्लिश का उपयोग करने वाले

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Palash Biswas
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