ओबामा ने ऑपरेशन अफगानिस्तान की सफलता के लिए अपनी सेना को बधाई दी है, और लादेन के मारे जाने पर काफी खुशी जाहिर की है। ओबामा ने कहा कि बिना पाकिस्तान की मदद के यह मुमकिन नहीं था। सोमवार सुबह ही उन्होंने पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से बात की और उनका शुक्रिया अदा किया। अमेरिकी राष्ट्रपति ने साथ ही यह भी कहा कि हमारी लड़ाई इस्लाम के खिलाफ नहीं है।
कहा जा रहा है कि ओसामा की लाश अमेरिका के पास ही है। लादेन का मारा जाना अमेरिका की बड़ी जीत है, और इससे विश्व स्तर पर आतंकी गतिविधियों पर गहरी चोट होगी।
गौरतलब है कि अमेरिका में 9/11 हमले के पीछे ओसामा बिन लादेन के हाथ के बाद अमेरिका ने अफगानिस्तान पर हमला किया था और पिछले 10 साल से लगातार अफगानिस्तान के विभिन्न इलाकों में अमेरिका हमले कर अलकायदा के इस शीर्ष आतंकी को मारने की फिराक में था। उधर लादेन की मौत की खबर के बाद अमेरिकी लोग सड़कों पर जश्न मनाने उतर आए
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने घोषणा की है कि पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के पास ऐबटाबाद में अमेरिकी सैनिकों की कार्रवाई में ओसामा बिन लादेन मारा गया।
तहरीक-ए-तालिबान के प्रवक्ता एहसानुल्लाह एहसान ने फोन करके कहा, 'अगर लादेन शहीद हो गए हैं, तो हम उनकी मौत का बदला लेंगे। हम अमेरिका, पाकिस्तानी सरकार और सेना पर हमले करेंगे। ये सब इस्लाम के दुश्मन हैं।'
एहसान ने कहा,'हम लादेन के शहीद होने की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं कर पाए हैं। अगर लादेन शहीद हो गए हैं, तो यह हमारी जीत है क्योंकि हमारा लक्ष्य शहादत को हासिल करना है।'
प्रमुख मुस्लिम संगठनों और विद्वानों ने अल कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन के अमेरिकी हमले में मारे जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अमेरिकी दावों पर शक जाहिर किया और कहा कि लादेन के मारे जाने मात्र से आतंकवाद का खात्मा नहीं होगा।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद ने लादेन की मौत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सिर्फ लादेन के खत्म होने से आतंकवाद न तो खत्म होगा और न ही कमजोर पड़ेगा। अभी लादेन मारा गया है, लेकिन अल कायदा और तालिबान का वजूद बाकी है। दुनिया से आतंकवाद के खात्मे की दुआ करते हुए उन्होंने आशंका जताई कि अल कायदा और तालिबान में दूसरी पंक्ति का नेतृत्व बाकी है और लादेन के मारे जाने की प्रतिक्रियास्वरूप वे अपनी आतंकवादी गतिविधियां बढ़ा सकते हैं।
जव्वाद ने लादेन के मारे जाने के अमेरिका के दावों पर संदेह व्यक्त करते हुए कहा कि अमेरिका का बयान भरोसे के काबिल नहीं है। अभी तो यह देखना होगा कि लादेन मारा भी गया है या नहीं? उन्होंने कहा कि मुसलमानों का बहुत बड़ा वर्ग लादेन को नापसंद करता है क्योंकि उसके इशारे पर हुए हमलों में हजारों मुसलमान भी मारे गए हैं।
इस बीच, जमीयत उलमा-ए-हिन्द के अध्यक्ष कारी सैयद मोहम्मद उस्मान ने भी जव्वाद की इस बात से इत्तेफाक जाहिर करते हुए कहा कि अभी सूरत-ए-हाल पूरी तरह साफ होने दीजिए। पता नहीं लादेन मारा भी गया है या अभी जिंदा है।
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