गुरु गोलवलकर पर्व पर भारत को इस्लामी राष्ट्र बनाने का वीडियो के साथ तेलयुद्ध में फड़फड़ाता ओबामा
पलाश विश्वास
भारत को इस्लामिक राज्य बनाने के 55 मिनट के वीडियो से सरकार सन्न, अलर्ट जारी
सबसे तेज आजतक की आज की ब्रेकिंग न्यूज यह है।दूसरी ओर,आईएसआईएस द्वारा अमेरिकी पत्रकार स्टीवन सोटलॉफ के सिर कलम करने के वीडियो पर अमेरिका के राष्ट्रपति बराकओबामा आखिरकार प्रतिक्रिया दी।
सोटलॉफ की हत्या पर ओबामा ने कहा कि न्याय जरूर किया जाएगा। सोटोलॉफ की हत्या पर बराकओबामा ने कहा, 'न्याय जरूर मिलेगा'. हम इसे भूलेंगे नहीं- ओबामा. वीडियो जारी होने के कुछ घंटों बाद बराक ओबामा ने यूरोप में यह बयान जारी किया कि अमेरिका आईएसआईएस के हिंसा के सामने झुकेगा नहीं। आईएसआईएस द्वारा किए जा रह इन बर्बरतापूर्ण हरकतों का जवाब अमेरिका जरूर देगा। अमेरिका को न्याय मिलेगा।
भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने वाला वीडियो और बाराक हुसैन ओबामा को वीडियो साथ साथ देखें तो कुच अनसुलझी गुत्थियां भी सुलझ सकती है।
शाही खजाना का नक्शा कोड में होता है हमेशा और उसके साथ अमूमन कुछ अबूझ पहेलियां भी होती हैं।खासतौर पर शाही वक्त पर पहेली विशेषज्ञ होना भी मांगता है।
संदर्भ और प्रसंग के लिए परिदृश्य कुचछ ऐसा हैः
इस्लामिक आतंकियों ने लीबिया में 11 कमर्शियल प्लेन चुरा लिए हैं। आशंका जताई जा रही है कि आतंकी, इन विमानों के जरिए 9/11 जैसा हमला कर सकते हैं।
अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट के अनुसार, ये विमान लीबिया के त्रिपोली एयरपोर्ट से गायब हुए हैं। आशंका जताई जा रही है कि लीबियाई डॉन विद्रोहियों के हमले के दौरान इन्हें चुराया गया है।
वॉशिंगटन फ्री बीकन के अनुसार, अमेरिकी खुफिया अधिकारियों को 9/11 हमले की 13वीं बरसी पर ऐसा ही हमला किए जाने की सूचना मिली है। खुफिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लीबिया में इस्लामिक आतंकियों द्वारा चुराए गए इन विमानों का इस्तेमाल आतंक फैलाने में किया जा सकता है।
खुफिया विभाग के एक अधिकारी ने बताया, "लीबिया से कई कमर्शियल प्लेन लापता हैं। 11 सितंबर की घटना के बाद से हमें मालूम है कि हाईजैक किए गए विमानों से क्या किया जा सकता है।"
मोरक्को स्थित मिलिट्री एक्सपर्ट अब्दर्रहमान मेक्कोई ने अल-जजीरा न्यूज को बताया कि लापता विमानों को 'मास्क्ड मैन ब्रिगेड' ने चुराया है। बताया जा रहा है कि इस आतंकी संगठन का संबंध अल कायदा और अंसार अल शरिया से है।
अमेरिका पर इतनी बड़ी विपदा आन पड़ी तो उसकी गूंज भारत में भी हो रही है।
गुरु गलवलकर पर्व पर प्रधान सव्यसेवक के भावी पीढियों को संबोधन के आसण्ण इतिहास से पहले इसका भी आशय समझ लें तो शायद आपके शुगर,रक्तचाप और दूसरी दैहिक मानसिक बीमारियों में कफ पित्त दोष का निदान हो जाये।
मसलन अमरीका ने पुष्टि की है कि दूसरे अमरीकी पत्रकार का सिर कलम करने वाला वीडियो असली है। अमरीका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बुधवार को आतंकवादी गिरोह इस्लामिक स्टेट को दंडित करने पर जोर देते हुए कहा कि अमरीका को धमकाया नहीं जा सकता। इस्तोनिया की राजधानी टाल्लिन्न में बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में ओबामा ने कहा कि जिन लोगों ने अमरीकी नागरिकों को नुकसान पहुंचाने की गलती की है वे याद रखें कि हम कभी नहीं भूलते। हमारी पहुंच दूर तक है और न्याय होगा ही। हमारा लक्ष्य बिलकुल साफ है। वह है उनको (आईएस) तबाह करना ताकि यह खतरा ज्यादा समय तक बना नहीं रहे।
गौरतलब है कि अमेरिका के एक और पत्रकार स्टीवन सोटल सोटलॉफ का सिर कलम करने का वीडियो सीरिया एवं इराक के आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने सोशल मीडिया पर जारी किया है।
स्टीवन सोटोलॉफ की हत्या कर बराक ओबामा को दी नई चेतावनी. अमेरिका के अधिकारियों ने कहा कि अमेरिका की खुफिया एजेंसियां वीडियो की वास्तविकता की जांच कर रही हैं।
वीडियो का टाइटल है,'अमेरिका को दूसरा संदेश।' इसमें सोटलॉफ का सिर काटते हुए दिखाया गया है जिन्हें यह कहते हुए दिखाया गया है कि वह इराक में अमेरिकी हस्तक्षेप की 'कीमत चुका रहे है।। अब आईएसआईएस का अगला निशाना एक ब्रिटिश है।
आज आखिरकार अक्तूबर में घर लौटने के कार्यक्रम का फाइनल हो गया।बसने का फैसला मई 2016 तक टला है।
तब तक कहां का तेल पानी कहां इधर उधर होता है,देश यह इस्लामी बनता है या अखंड मनुस्मृति हिंदू राष्ट्र उससे जुड़ी है हमारी नियति।
संस्कार के अनंतमूर्ति तो सीधे ऊपर चले गये बजरंगियों की पहुंच के दायरे से बाहर,अब हमारा क्या होगा,भागवत पुराण में इसका लेकिन उल्लेख नहीं है। लेकिन,किंतु परंतु जन्म जन्मांतर के कर्मफल भोग का विधान अवश्य है।
घर से होकर बिजनौर,दिल्ली,देहरादून हो आना तय करते करेत देरी हो गयी तो भूल गया कि गुरु पर्व से पहले वाला दिन है ,हालांकि देश की छात्र पीढ़ी की तरह हमारा डायरेक्ट ज्ञानवर्द्धन का कोई मौका है नहीं।
लेकिन बंदोबस्त अहम है एकमुश्त केसरियाकरण का और इसकी बारीकियों के साथ साथ तैयारियों,चाक चौबंद इंतजामात पर नजर रखना है क्योंकि देश का भविष्य बदलने का यह स्थाई इंतजाम है।
कुछ कुछ वैसा ही जैसे भारत के बौद्धमय संस्कृति का अवसान या सिंधु घाटी की सभ्यता का अवसान।
आर्यों की वह महान सभ्यता रही होगी तो हजारों वर्षों की सनतान आर्य विरासत की हिफाजत में सर्वज्ञ सर्वशक्तिमान आर्यों ने चूक कैसे की,इस रहस्य का खुलासा अभी हुआ नहीं है।
रोजाना नई नई खोज के बावजूद किस कारण से आखिर कोइ पुरातात्विक अन्वेषण पूरा नहीं होता जबकि अंतरिक्ष का भूगोल भी अब रहस्य रहा नहीं रहा है।आखिर रहस्य बनाये रखने से हित किनके सधते हैं,सवाल यह भी है।
सीबीआई गुरिल्ला हमलों से तृणमूल की किलेबंदी तहस नहस हो रही है और अब तो दीदी के चुनाव क्षेत्र में शारदा समूह द्वारा एक मुश्त सत्ताइस क्लबों के वित्तीय पोषण का खुलासा हुआ है।
एक्सकैलिबर ने अलस्सुबह फन पर कहा कि दीदी और मोदी का फेनामेना समानधर्मी है,अब वह लिख रहा है।उसकी स्टोरी का इंतजार है।
इस बीच जैसे विदेश मंत्री स्वदेश देख रही हैं और राजनय वाया पीएमओ है,शिक्षा मंत्रालय नागपुरमध्ये है और रक्षा मंत्रालय वित्त मत्रालय के हवाले,योजना सुधार लेजिस्लेशन पालिसी मेकिंग इत्यादि कारपोरेट मध्ये हैं जैसे मनुष्य की तमाम प्रजातियां बाजार मध्ये हैं और प्रकृति कयामत मध्ये है,उसीतरह राजकाज का तामझाम संघ मध्ये है और राज्यसरकारों का केसरियाकरण अभूतपूर्व है क्योंकि गाजा पट्टी के मुख्यमंत्री के राज्य में भी मुठभेड़ संस्कृति और दंगा उत्सव के साथ गुरु गोलवलकर पर्व नत्थी हो गया।
परंतु किंतु दीदी की नाराजगी की खास वजह है और उनका दुस्समय ऐसा कि खासमखास मुकुल राय ने भी शारदा सहयोगे रेलवे के भारत तीर्थ की जिम्मेदारी दीदी के मत्थे से अपना तो क्या दिनेशबाबू तक को स्थानांतरित करने से साफ मना कर दिया।
जाहिर है कि पार्टीमध्ये इतने मारात्मक बवालिया माहौल प्रधानमंत्री के क्लास रूम लायक नहीं है।
टीवी अभी देखना नहीं हुआ है।कल ओबामा की धमकी,त्रिपोली से गायब ग्यारह विमानों के आतंकवादियों के हाथों बेदखल होने और अमेरिकी पत्रकारों के शिरच्छेद प्रकरण पर देर रात तक अपडेट करता रहा।
फिक्र की बात है ही चूंकि गोवा के चुनांचे कि डालर से हमारी किस्मत जुड़ी हुई है और डालर भारी संकट में है।
सारा परमार्थ तो बेकार रहेगा ही और कृषिहत्या उपरांते,उद्योगों के आवासीय परिसरों और रंग बिरंगे हबे,मालों में तब्दील हो जाने के बाद दसो दिशाओं में जो विनिवेश, विनियंत्रन,विनियमन का अधिकतम प्रशासन है, सेवा क्षेत्रे जो रोजगार और आजीविका ठेकामध्ये तात्कालिक है,उसकी नींव ढह जाने से जापानी पूंजी से बनने वाले स्मार्ट सिटियों में या हीरक चतुर्दिक में हमारा अवस्थान कहां होगा,यह तय करना मुश्किल है।
उससे बड़ा सवाल कि अंततः हमारा कोई वजूद बचा रहेगा या नहीं।
खाली पीली फिक्र में नींद खलल करने की मंशा जिनकी नहीं है ,उनके लिए गर्म लिहाफ और धारीदार सुगंधित विकास सूत्र का इस्तेमाल कहीं भी,कभी भी करने का मौका मुक्त बाजार है।
अतंतः गंगा जो दो सौ साले में साफ हो नहीं सकती,उसमें और सारी पवित्र बेदखल नदियों में पवित्र स्नान से मोक्ष का रास्ता डालर के बदले मिलेगा या येन के बदले,वृद्धि दर रेटिंग से कितनी संबद्ध रहेगी और रिजर्व बैंक की मौद्रिक कवायद का क्या होने वाला है,नकदी प्रवाह के बावजूद मंहगाई और मुद्रास्फीति का हाल क्या होगा,कहना बेहद मुश्किल है।
और बेदखल हवाओं में हमारी सांसें आखिर कहां से आयातित होंगी इस मृत्यु उपत्यतका में,इसकी चिंता बहुत सताने लगी है।जबकि हम सारे के सारे भारतीय जनगण हिंदू क्या विधर्मी म्लेच्छ से अस्पृश्य क्या, संघ परिवार के सपनों के वाशिंदे भी नहीं हैं।
विकास गाथा के सरदर्द का सबब यही है जो अश्वेत प्रथम राष्ट्रपति माननीय बाराक ओबामा का तैलशुद्धित आतंकनियोजित हश्र है,उसके मद्देनजर क्या होंगे वैश्विक इशारे और गुलों की ज ताजा बहार होगी,उसें कौन कौन भंवरे कली कली चूमने के हकदार होंगे और वे आखिरकार हमारे साथ सलूक क्या करेंगे।
नस्ली भेदभाव के इतिहास को पीछे छोड़कर बाराक हुसैन ओबामा जो लगातार दो दो कार्यकाल अमेरिका के प्रधानमत्री बने रहे तेलयुद्ध से विश्व को छूटकारा देने के वायदे के साथ,उनका गुर्राता हुआ चेहरा काफी डरावना है।
और व्हाइट हाउस के डिंब में ज्वालामुखी सुलग रहा है,उसका बहता हुआ लावा वैश्विक हुआ तो बाजार की जिन ताकतों को सेनसेक्स,निफ्टी की सेहत और विदेशी निवेशकों की अटल आस्था से अपने रचे जनादेश के वैभव से इतराने की फुरसत नहीं है,सर धुनते रह जाने की हालत होगी उनकी।
और नमो महाराज का जो इतिहास बोध है,जो वैज्ञानिक दृष्टिहै,जो प्रधान स्वयंसेवक मोड है,जोओबामाई ओबीसी दलित आदिवासी रुपांतरण संघी है,उसका भी हस्श्र ओबामा हश्र से भिन्न होगा,इसमें संदेह है।
आपदा प्रबंधन की बुनियादी शर्त है सटीक मौसम भविष्यवाणी तो मौसम विभाग का धार्मिक हो जाना ,पार्टीबद्ध हो जाना जलवायु के कुछ भी जाने का संकेत है और हाथ में रहता है वही सुनामी या जलप्रलय।
परियोजनाओं को निरंकुश हरी झंडी,अबाध भूमि अधिग्रहण और मुक्त नकदी प्रवाह के इस तिलिस्म में मुक्त बाजार का जो हाट है,हठात डालर विपर्यय की स्थिति में उसके उजड़ने के बाद तबाह खेतों और औद्योगिक मरघटों में हम आखिर किस किसकी सेवा करेंगे,कहां से आउटसोर्सिंग होगी और ब्रोकर के कैरीयर,मार्केटिंग की हमुमानपूंछ का क्या होगा,ये सवाल अब आपदा प्रबंधन के अनिवार्य प्रश्नपत्र बनते नजर आ रहे हैं।
वैसे अंधभक्त अनुगत इतने कि प्रश्नों से उन्हें खास एलर्जी होती है और उनमें खास खास जगह खुजली शुरु हो जाती है, वे आखिर कथावाचक प्रधान स्वयंसेवक के राष्ट्रव्यापी क्लासरूम के अनुशासनबद्ध निक्करवाले और बिना निक्कर वाले छात्र हैं।
जिनको निक्कर पहनने की इजाजत नहीं है,उनके लिए घर और छात्रावास से बाहर निकलने की पाबंदी के अलावा गणवेश का फतवा भी देर सवेर जारी हो जाना है।
देश लव जिहाद है अब।
आज दो बजे कंप्यू पर गुगुल न्यूज सर्च करते न करते वाह क्या बात है,जापान को रणनीतिक साझेदार बनाते न बनाते भारत को भी इस्लामिक राष्ट्र के नक्शे पर डाल देने का अभियान यह और उसके साथ रक्षा क्षेत्र में एफडीआई 49 फीसद।
अजीब संजोग है,ठीक वैसा ही कि विदेश से लौटे प्रधानमंत्री से स्वदेश बैठीं विदेशमंत्री के हाथ मिलाने की मीठी मीठी तस्वीरें।
ठीक वैसा ही कि विदेश मंत्री की खामोशी और पाकिस्तान को हुंकार भर भरकर चेतावनी जारी कर रहे हैं गृहमंत्री।
माउस तेज होने पर बूढापे में करना कुछ नहीं होता,रस्सियों के भौतिक शास्त्र का यह मानना है तो पुरातन फासीवादियों की जगह नूतन किंतु सनातन संपूर्ण फासी नाजी जायी त्रिकोणमितीय फासीवाद के मुकाबले यह इस्लामी राष्ट्र का फंडा बहुत लाजबाव जायकेदार शिक कबाब है लोकिन मुंबई के अलावा थोक भाव में पोदीना का इंतजाम सर्वत्र नहीं है।
मुंबई के हाजमे के मुताबिक प्रयोग विस्फोट बहुत हो गये हैं,अन्यत्र क्या क्या होना है,पता नहीं, अल्लाह जाने या ईश्वर,धार्मिक विभाजन के हिसाब से सोचने की चूंकि आदत नहीं है।
खास बात तो यह है कि जेल में बंद आधी सजा तमाम अपराधी सौ दिनों के करिश्मे के तहत छुट्टा खोल दिये गये हैं और बलात्कार अब मुक्तबाजार का फैशन है तो खून की नदियां बेहद उपजाऊ।
बहरहाल कुल मिलाकर किस्सा तोता मैना यह है कि ओबामा के पास चारा कोई दूसरा नहीं बचा है आतंक के खिलाफ अपना युद्ध तेज करने के अलावा।मध्यएशिया में फंसी अमेरिकी अर्थव्यवस्था को जमानत जो मिलती दिख रही थी अब तक,भारत में विनियंत्रित डीजल और सस्ते पेट्रोल की महंगी उपभोक्ता जीवनपद्धति की वैदिकी शुद्ध अर्थव्यवस्था की तरह अब दांव पर फिर वहीं डालर है और जिससे नत्थी फिर वही मुक्तबाजारी अर्थव्यवस्था है।
अब अल्हा उदल की बारी है।
जापान में वंशी वादन और ड्रमनृत्य से पूरब की दिशाएं खुलने लगी हैं तो पश्चिम भी पीछा छोड़ने से रहा।खीेंसे से कफन टानने की अजब रस्साकशी है।
भागवत पुराण, मनुस्मृति, रामायण,महाभारत,वेद उपनिषद,वैदिकी गणित में भारत अमेरिका जापान रसायन के मध्यअरब वसंत के इस सुहाना डरावना मुनाफावसूली का कोई निदान है या नहीं,हमारे जैसे नास्तिक के लिए समझना मुश्किल है।
बहरहाल,मोदी का समझना ज्यादा जरुरी है और इसके लिए बगुला विशेषज्ञ अनेक हैं।परिणाम वही, जो रचि राखा।भइये,हम तो निमित्त मात्र हैं।
समझदारों की कमी नहीं है हालांकि और बहती गंगा में मख्खन घी की निकासी में वे गजब के खिलाड़ी तो हैं ही,पिलाड़ी भी कम नहीं।नाम किसी का लेते नहीं,काम विकास देखकर पहेली बूझने की परंपरा में डुबकी लगा देखिये।
सौजन्ये आजतकःआतंकी संगठन अल कायदा की बुरी नजर अब भारत पर है. संगठन के नेता अयमान अल जवाहिरी ने अल कायदा के भारतीय उपमहाद्वीप में नई विंग खोलने का ऐलान किया. असीम उमर को इसका मुखिया बनाया गया है. संगठन का मकसद भारतीय उपमहाद्वीप में इस्लामिक शासन लाना व जेहाद के नारे को और बुलंद करना है. यह खुलासा संगठन द्वारा जारी किए गए 55 मिनट के वीडियो से हुआ. इसे ऑनलाइन जारी किया गया. #AQ's As-Sahab Media has released a video declaring the establishment of "Al-Qaida in the Indian Subcontinent" headed by Shaykh Asim Omar. — أخبار المجاهدين (@AkhbarMujahid3) September 3, 2014.Sep 04 2014 : The Times of India (Ahmedabad)
बहरहाल खुशी की बत तो यह है कि गृहमंत्रालय ने इंटेलिजेंस ब्यूरो से आज कहा कि वह अलकायदा के उस वीडियो की प्रमाणिकता की जांच करे जिसमें आतंकवादी संगठन का अभियान भारत लाने की धमकी दी गई है। मंत्रालय अधिकारियों ने बताया कि आईबी को वीडियो के ब्योरे, उसकी प्रमाणिकता और अपलोड करने की संभावित जगह के बारे यथासंभव शीघ्र रिपोर्ट देने को कहा गया है।
अधिकारियों ने बताया कि आईबी से एक या दो दिन में रिपोर्ट मिलने की अपेक्षा है। आईबी देश और पड़ोस में सरगर्म आतंकवादी सगंठनों की गतिविधियां पर लगातार निगाह रखता है। अमेरिकी मीडिया और खुफिया एजेंसियों ने आज कहा कि अल कायदा ने भारत में जिहाद चलाने, भारतीय उपमहाद्वीप में अपनी खिलाफत बहाल करने और शरियत लागू करने के लिए एक नई शाखा बनाई है।
अल-कायदा के आधिकारिक मीडिया संगठन अस-सहाब ने यूट्यूब समेत सोशल मीडिया पर डाले एक एक वीडियो में 'भारतीय उपमहाद्वीप में कायदात अल-जिहाद' के गठन की घोषणा की। अल-कायदा अफगानिस्तान और पाकिस्तान में सक्रिय है लेकिन समूह के नेता ऐमन अल-जवाहिरी ने का है कि 'कायदात अल-जिहाद' संघर्ष को भारत, म्यांमा और बांग्लादेश तक ले जाएगा। जवाहिरी ने कहा कि समूह 'भारतीय उपमहाद्वीप में, बर्मा, बांग्लादेश, असम, गुजरात, अहमदाबाद और कश्मीर में कमजोर लोगों' की हिफाजत करेगा और ''कायदात अल-जिहाद के आपके भाइयों ने आपको नहीं भूला है और आपको नाइंसाफी, दमन, उत्पीड़न ओर पीड़ा से बचाने के लिए वे जो कर सकते हैं, कर रहे हैं।'
तालिबान ने किया अफगानिस्तान में सरकारी कार्यालय पर हमला, 12 मरे
25 सितंबर को सुरक्षा परिषद के सत्र का नेतृत्व करेंगे ओबामा
25 सितंबर को सुरक्षा परिषद के सत्र का नेतृत्व करेंगे ओबामा
लड़ाकू जेट विमान लीबिया में दुर्घटनाग्रस्त, 5 की मौत
भारत में आतंकवाद फैलाने को अलकायदा की नई ब्रांच, वीडियो में जेहाद की धमकी
भारत-पाक प्रिंटमेकिंग प्रदर्शनी की मेजबानी करेगा शारजाह
पाकिस्तान में प्रभाव बढ़ाने का प्रयास कर रहा है आईएसआईएस
पाकिस्तान में सरकार के साथ बातचीत की मेज पर लौटे प्रदर्शनकारी
इबोला : यूएन अफसरों ने कहा, स्थिति सुधरने से पहले और बिगड़ेगी
हे भगवान! देखिए एक ऐसा इंसान जिसका सिर पिछले 37 साल से उल्टा है
अमेरिका में गोलीबारी में तीन मरे, बंदूकधारी ने की खुदकुशी
एक और अमेरिकी पत्रकार की हत्या से अमेरिका स्तब्ध
अमेरिका: लॉटरी से तय होगा, कौन होंगे मोदी के समारोह में शामिल
ओबामा ने इराक जाने के लिए 350 अतिरिक्त सैन्य कर्मियों को मंजूरी दी
पाक कोर्ट ने नवाज शरीफ को अयोग्य ठहराने की याचिका को किया खारिज
अमेरिकी पत्रकार का सिर काटे जाने के वीडियो को लेकर परिजन शोकाकुल
ISIS के आतंकियों ने अमेरिका के एक और पत्रकार का सिर कलम किया, वीडियो जारी
IS के वीडियो में अमेरिका के एक अन्य पत्रकार का सिर कलम करने का दावा
पाक मूल की स्कॉटिश लड़की ब्रिटेन में आतंकवाद का पोस्टर गर्ल बनी
पाक संसद ने शरीफ का समर्थन किया, सरकार ने प्रदर्शनकारियों पर निशाना साधा
पीएम मोदी ने जापान में भारतीय कारोबार के लिए समर्थन मांगा
विश्व शांति के लिए मजबूत भारत फायदेमंद: अमेरिका
Met ADAG officials but didn't grant any favours: CBI chief
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New Delhi: TIMES NEWS NETWORK |
Supreme Court To Take Up Matter Today
CBI chief Ranjit Sinha on Wednesday acknowledged that he had met executives of R-ADAG, whose group company Reliance Telecom is an accused in the 2G scam case, fanning suspense over what the Supreme Court might do on Thursday when it takes up the matter. "I have met officials of Reliance but have I shown fa vour to anyone?" a TV channel quoted Sinha as saying.
The matter was raised in the Supreme Court on Monday by activist-advocate Prashant Bhushan following reports in media, cit ing the visitors' diary purportedly maintained at the CBI chief's official residence, that Sinha hosted officials of the Anil Ambani-promoted group about 50 times.
Sinha disputed the reported frequency of his interactions with two senior R-ADAG functionaries.He maintained that he had met executives of Anil Ambani's group only "once or twice", even as sources in the agency said the CBI chief's official residence also served as a camp office from where he was supposed to discharge his official duties.
The statement coincided with reports that the visitors' diary showed that Moin Qureshi, a controversial meat exporter who is being investigated by the incometax department for allegedly running a money laundering racket, visited Sinha 90 times over a period of 15 months or so. CBI chief Ranjit Sinha on Wednesday acknowledged that he had met executives of R-ADAG, whose group company Reliance Telecom is an accused in the 2G scam case.
Although CBI chief Ranjit Sinha's lawyer, Vikas Singh, had on Monday dismissed activist-advocate Prashant Bhushan's charge as an attempt to damage CBI's credibility , the matter became curiouser on Wednesday because of Sinha's ambiguity on the authenticity of the diary at his official residence. He called the diary , maintained by security guards, a fake, but also conceded that some of the entries were correct.
Bhushan had cited the report about Sinha's visitors to substantiate the charge that the CBI chief had, if unsuccessfully , tried to dilute 2G scam-related charges against R-ADAG. The alleged attempt to let R-ADAG off the hook could not succeed because of the opposition from U U Lalit, the Supreme Court-appointed special public prosecutor who is now an SC judge.
When contacted, Vikas Singh said that while he would not like to comment on a matter which was sub-judice, there was no impropriety involved in the CBI chief meeting the accused. "CBI director being the supervisory officer has to meet everybody . All investigating officers and supervisory officers meet the accused. Generally speaking, if the accused is on bail, he has every right to go and meet supervisory officer and tell if he feels the trial is not being conducted fairly ," he said.
He also questioned the veracity of the diary produced by Bhushan in court.
Sep 04 2014 : The Economic Times (Mumbai)
E-Discounts Line up Wholesaler Pockets
Jochelle Mendonca & Madhav Chanchani |
Mumbai: |
Clutch of traders buying cheap on Net to sell at a profit
India's ecommerce is seeing a new group of customers who are not exactly welcome -they scour the Net for the best deals and then resell the goods either offline or on other online platforms at a higher price.
The deep discounts on offer at ecommerce portals such as Amazon India and Flipkart are creating an arbitrage opportunity for such players, especially wholesalers. A recent study for an unnamed ecommerce client by consulting firm EY showed that 10% of the total client base was undetectable and is considered to comprise wholesalers.
"EY did customer segmentation for a player in the market and discovered that part of customer segment consisted of wholesalers and traders," said Milan Sheth, a partner at EY. Sheth declined to disclose the client's name. "The study also revealed the practice of buying from one ecommerce player and acting as a stockist for another," said Sheth of EY.
The trend is primarily prevalent in the electronics category , the biggest money spinner for ecommerce firms. For instance, a Canon IXUS 155 camera is available on Snapdeal for Rs 6,486, Amazon India for Rs 6,699 and on Flipkart for Rs 7,996. Similarly HP 15-r007TX Notebook sells for Rs 35,374 on Amazon with a laptop bag, but is listed on Snapdeal for Rs 36,889 and on Flipkart for Rs 39,860 without the bag.
E-tailers are aware of these issues. "There will always be abuses when you operate a marketplace. When we see that, we let those customers know that this is not acceptable and we do not allow buying for reselling," said Samir Kumar, director of category management at Amazon India.
India's ecommerce market is seeing intense competition among players like Flipkart, Snapdeal and Amazon given the fast growth. In the next five years, the online product retail or e-tailing is estimated to grow 11 times from $2 billion (Rs 12,000 crore) in 2013 to $23 billion (Rs 1.39 lakh crore) by 2018, according to a Nomura report.
Amazon India has restricted sales on Canon, Dell, HP and Apple products, among others, to only one item per customer. It mentions this on the page with product description, and also does not allow customers to check out with multiple items of the same product.
"Some of the restrictions are done automatically while some in a manual way," said Kumar. Amazon also has a team to track this issue and also has technology developed from its experience in other markets. "In the backend we have a global learnings that we have brought in from instances like demand for top selling toys in the United States during Christmas," said Kumar. But not everyone sees this as a problem. "Indians are smart. If there is an opportunity for price arbitrage, they will take it," said Arvind Singhal, chairman of consultancy firm Technopak.
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