सड़कों पर उतरेंगे अब उत्तराखंड के पत्रकार
उत्तराखंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन ने उत्तराखंड के श्रमजीवी पत्रकारों की पिछले कई सालों से लम्बित समस्याओं को लेकर अब सीधे संघर्ष का रास्ता अपनाने का निर्णय लिया है। तय किया है कि आन्दोलन के पहले चरण में उत्तराखंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन की प्रदेश भर की सभी नगर और जिला इकाइयाँ आगामी 2 अप्रैल, 2013 को श्रमजीवी पत्रकारों की समस्याओं, मांगों को लेकर अपने अपने जिलों के जिलाधिकारियों के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन भेजेगी। फिर यूनियन की प्रदेश कार्यकारणी का एक प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उन्हें प्रदेश के श्रमजीवी पत्रकारों की समस्याओं, मांगों से सम्बन्धित समयबद्ध ज्ञापन सौपेगा। तय समयावधि के भीतर निस्तारण नहीं होने की सूरत में उत्तराखंड के सभी श्रमजीवी पत्रकार अपनी मागों को लेकर सड़कों पर उतरेंगे। उत्तराखंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन की राज्य कार्यकारिणी की शनिवार को वेद मन्दिर, हरिद्वार में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया ।
बैठक में उत्तराखंड राज्य के श्रमजीवी पत्रकारों के समक्ष पेश आ रही समस्याओं पर विस्तार पूर्वक बातचीत हुई। यूनियन ने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि मौजूदा राज्य सरकार श्रमजीवी पत्रकारों की समस्याओं को सरासर अनदेखा कर रही है। यूनियन द्वारा कई अनुरोध पत्र भेजने के वावजूद उत्तराखंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के प्रतिनिधि मंडल को प्रदेश के मुख्यमंत्री से मुलाकात का समय तक नहीं मिल पा रहा है। जबकि उत्तराखंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन प्रदेश के सर्वाधिक पत्रकार सदस्यों एवं राज्य में व्यापक सांगठनिक आधार वाली सबसे बड़ी और सक्रिय पंजीकृत पत्रकार ट्रेड यूनियन है। यूनियन ने अपर जिला सूचनाधिकारी / सूचनाधिकारी एवं सूचना तथा जन सम्पर्क से तमाम पदों की नियुक्ति में इन पदों की शैक्षणिक योग्यता में पत्रकारिता एवं जन सम्पर्क में स्नातक, स्नातकोत्तर डिप्लोमा या स्नातकोत्तर डिग्री होना अनिवार्य किए जाने की मांग की है।
उत्तराखंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन ने उत्तराखंड के अलग राज्य के रूप में वजूद में आने के बाद प्रदेश में प्रेस मान्यता और विज्ञापन मान्यता समितियों का आज तक विधिवत गठन नहीं होने पर गुस्से का इजहार किया। यूनियन ने कहा है कि उत्तराखंड सम्भवत: देश का ऐसा अकेला राज्य है, जहाँ प्रेस मान्यता और विज्ञापन मान्यता समितियों का विधिवत गठन नहीं हो सका है। सरकारी अफसरान पत्रकारों को मनमाने तरीके से प्रेस मान्यता और राज्य के अख़बारों को विज्ञापन मान्यता बाँट रहे हैं।यूनियन ने कहा है कि राज्य में आज दिन तक प्रेस मान्यता और विज्ञापन मान्यता समितियों का विधिवत गठन नहीं हो पाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इन कमेटियों के विधिवत गठन नहीं होने से सूचना विभाग के अफसरों को मनमानी करने की एक प्रकार से खुली छूट मिली हुई है। प्रेस मान्यता और विज्ञापन मान्यता बाँटने में कई गड़बड़ियां होने का अंदेशा है। यूनियन ने प्रदेश में तत्काल पारदर्शी सूचना नीति लागू करने और मीडिया परिषद् का गठन करने की मांग की है। यूनियन ने उत्तराखंड में विज्ञापनों की हुई और हो रही बन्दरबाँट की फौरन उच्च स्तरीय जाँच कराने की वकालत की है। आरोप लगाया है कि प्रदेश का सूचना एवं लोक संपर्क विभाग अपने निहित स्वार्थों के चलते पत्रकारों और पत्रकार यूनियनों के बीच खाई पैदा कर उन्हें बाँटने की कोशिश कर रहा है। राज्य का सूचना महकमा मुख्यधारा के अधिसंख्य पत्रकार सदस्यों और राज्य में व्यापक सांगठनिक आधार वाले पंजीकृत पत्रकार ट्रेड यूनियनों की सरासर अनदेखी कर रहा है ।
यूनियन ने तय किया है कि राज्य से प्रकाशित तमाम समाचार संस्थानों में डेस्क पर काम करने वाले पत्रकारों की समस्याओं को यूनियन मजबूती के साथ उठाएगी। राज्य से प्रकाशित अख़बारों और दूसरे समाचार संस्थानों में काम कर रहे श्रमजीवी पत्रकारों को पत्रकारों के लिए गठित वेतन बोर्ड की सिफारिशों के मुताबिक वेतन मिले, इसके लिए यूनियन एक बड़ी लड़ाई शुरू करेगी। जरूरत पड़ने पर यूनियन इस मामले में सक्षम न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाने से नहीं हिचकेगी। यूनियन के महासचिव प्रयाग पाण्डे ने साफ किया की यूनियन का पहला और अंतिम लक्ष्य राज्य के श्रमजीवी पत्रकारों के हितों की हिफाजत करना है। श्रमजीवी पत्रकारों के हितों के संरक्षण के लिए यूनियन सभी मोर्चों पर संघर्ष करने को कृत संकल्प है।
बैठक में यूनियन की कुछ जिला और नगर इकाइयों का पुनर्गठन करने का निर्णय लिया गया । जो नगर, जिलों की इकाइयाँ सुप्तावस्था में हैं अथवा निष्क्रिय हैं। यूनियन के पदाधिकारी उन इकाइयों के पदाधिकारियों से पुन: सम्पर्क कर उन्हें सक्रिय करने के प्रयास करेंगे। इसके बाद भी जो सक्रिय नहीं हो पाती, उन इकाइयों को भंग कर वहां नई इकाइयों का गठन करने का फैसला लिया गया। तय हुआ कि यूनियन की अगली बैठक 21 अप्रैल , 2013 को रविवार के दिन कोटद्वार में होगी। बैठक में यूनियन की प्रदेश कार्यकारिणी में देहरादून के पूर्व जिला अध्यक्ष भूपेन्द्र कंडारी को संगठन सचिव और चम्पावत जिले के राजीव मुरारी को सचिव पद पर मनोनीत करने का निर्णय लिया गया।
बैठक की अध्यक्षता यूनियन के अध्यक्ष अनूप गैरोला ने की। जबकि संचालन महासचिव प्रयाग पाण्डे ने किया। बैठक दो सत्रों में चली। बैठक में आईएफडब्ल्यूजे के राष्ट्रीय मानवाधिकार प्रकोष्ट के अध्यक्ष पी . सी . तिवारी ,, यूनियन के प्रांतीय कोषाध्यक्ष अविक्षित रमन, प्रांतीय उपाध्यक्ष डॉ , रजनीकांत शुक्ला,प्रांतीय सचिव त्रिभुवन उनियाल, यूनियन के मानवाधिकार प्रकोष्ट के अध्यक्ष ओ.पी. पाण्डे, यूनियन की हरिद्वार जिला इकाई के अध्यक्ष डॉ. शिवप्रसाद जायसवाल, पिथोरागढ़ के जिला अध्यक्ष जगदीश कलौनी, यूनियन की हरिद्वार जिला इकाई के जिला महासचिव एस.के. झा, डॉ हिमांशु द्विवेदी, देहरादून जिले के महासचिव गिरधर शर्मा, भूपेन्द्र कंडारी, प्रदीप गुर्जरिया, अनूप गौतम, ज्योति नौटियाल, चम्पावत जिले से राजीव मुरारी, उधमसिंह नगर जिले के सचिव प्रेम अरोरा, कोटद्वार से देवेन्द्र सिंह, राज गौरव नौटियाल, जगमोहन रावत, नवीन नेगी, अनिल सती, रामनगर से चंचल गोला, राजीव अग्रवाल, सलीम मालिक चन्द्रसेन कश्यप, बिक्रम छाछर, अमित कुमार, राम नरेश यादव, महेश पारीक, रामेश्वर गौड़, शिव प्रकाश, नवीन चौहान, जितेन्द्र चौरसिया, अहसान अंसारी, सुनील मिश्रा, नरेश दीवान शैली, दीपक नौटियाल, रोहित मिखोला, प्रवीण झा, संजय रावल, आनंद गोस्वामी, बृजपाल सिंह, पंकज पाण्डे, रजिन्द्र कुमार जिन्दल, वाजिद अली, गोपाल कृष्ण, विकास अरोरा, नवीन पाण्डे, मेहताब अली, कुशल पाल सिंह चौहान, मयूर सैनी, अंशुलक्षी कुंज और रोहित सिखोला समेत उत्तराखंड के कोने कोने से आए उत्तराखंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के प्रांतीय पदाधिकारी और राज्य कार्यकारिणी के सदस्यों ने प्रतिभाग किया ।
बैठक के आखिर में महासचिव प्रयाग पाण्डे ने इस बैठक के सफल आयोजन के लिए यूनियन की हरिद्वार जिला इकाई से जुड़े सभी पत्रकारों साथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया । कहा कि हरिद्वार इकाई के सभी पत्रकार साथियों द्वारा कार्यकारिणी की बैठक को सफल बनाने में भरपूर सहयोग किया है । इस सहयोग के लिए यूनियन हरिद्वार जिला इकाई के समस्त पदाधिकारियों , कार्यकारिणी सदस्यों और यूनियन से जुड़े अन्य सभी पत्रकार साथियों का ह्रदय से आभार व्यक्त करती है ।
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