Friday, October 17, 2025

सर्पदंश का इलाज क्यों नहीं होता?

यह एंटी वेनम इंजेक्शन है। अत्यावश्यक जीवन रक्षक दवा है यह।इस देश में सबसे बड़ी आबादी खेती किसानी करने वालों की हैं। हर साल हजारों लोग खेती किसानी में सर्पदंश में मारे जाते हैं बिना इलाज। झाड़ फूंक के सिवाय ग्रामीण इलाकों में सर्पदंश का कोई इलाज नहीं है। पिछले साल हमारे ही गांव में पत्रकार प्रकाश अधिकारी की भाभी की असमय मृत्यु हो गई सर्पदंश से।बाजपुर मिशन अस्पताल में ही एंटी वेनम इंजेक्शन मिलता है।वाहन ले जाते हुए उन्होंने दम तोड़ दिया। बसंतीपुर में हमारे घर के सामने सुभाष मंडल और उनके चार भाई रहते हैं। उनके पिता महेंद्र मंडल की मृत्यु उनके बचपन में हो गई थी। आज सुबह खेत में धन काटते हुए हाल में हुई भारी बरसात में जमा पानी में सांप ने उन्हें कट लिया।तुरंत उन्हें लेकर मेरे भतीजी Ankur Biswas और भाई Divas Sarkar उन्हें लेकर दिनेशपुर Jagdish Chandra Mandal के चैंबर में ले आए। उन्होंने फौरन एंटी वेनम इंजेक्शन देकर रक्तचाप और ब्लड क्लोटिंग नियंत्रित कर लिया।जहर फैलने से पहले इलाज शुरू हो जाने से सुभाष अब खतरे से बाहर है। डॉ मंडल दिनेशपुर के पहले MBBS विस्थापित बंगाली समाज के डॉक्टर हैं। वे बागेश्वर जिले के सीएमओ पद से रिटायर होने के बाद दिनेशपुर में आम लोगों की चिकित्सा करते हैं। उन्होंने प्रकाश के घर में सर्पदंश से मृत्यु के बाद एंटी वेनम इंजेक्शन और सर्पदंश से इलाज के लिए जरूरी उपकरण और दवाइयां रखना शुरू किया है। पूर्व सीएमओ डॉ मंडल ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में हर प्राथमिक अस्पताल में एंटीवेनम इंजेक्शन और सर्पदंश के इलाज की व्यवस्था जरूरी है।लेकिन अक्सर जिला अस्पतालों में भी यह व्यवस्था नहीं होती। उनके मुताबिक अस्पतालों के डॉक्टर इसमें दिलचस्पी नहीं लेते।उन्होंने कहा कि जिस भी अस्पताल में वे रहे, सर्पदंश की व्यवस्था जरूर रखते थे। आभार डॉ जगदीश मंडल

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